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जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मारामारी उम्मीदवार के नाम को लेकर है। दोनों बड़े गठबंधन की ओर से उम्मीदवारी तो दूर कौन सी सीट किसके खाते में जाएगी, यह निर्णय भी नहीं हो सका है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नामांकन की भी संभावना
इस बीच मुजफ्फरपुर विधानसभा सीट के लिए पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा के छोटे पुत्र संजीव कुमार की ओर से नाजिर रसीद कटवाई गई है। उनके नामांकन की भी संभावना है।
टिकट की घोषणा से पूर्व ली रसीद
इस कदम की राजनीतिक हलकों में खूब चर्चा हो रही है। इसके साथ ही एक सवाल भी ट्रेंड कर रहा है कि टिकट की घोषणा होने से पहले ही इस तरह का कदम क्यों उठाया गया?
दबाव की राजनीति की चर्चा
इस बारे में राजनीति के जानकारों का मानना है कि पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा अपने इस कदम के माध्यम से दबाव की राजनीति करना चाह रहे हैं। मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा सीट एनडीए के सीट बंटवारे में भाजपा के खाते में आने की पूरी उम्मीद है।
कई और दावेदार लाइन में
भाजपा से पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा के अतिरिक्त और कई दावेदार लाइन में हैं। जिसमें मेयर निर्मला देवी, पूर्व जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, ममता रानी समेत कई और नाम हैं।
स्थिति स्पष्ट की
हालांकि नाजिर रसीद खरीदने के बारे में संजीव शर्मा ने स्थिति स्पष्ट की है। कहा कि वह यह देखना चाह रहे थे कि इस फॉर्म में कोई बदलाव हुआ है?
पिताजी की सुविधा के लिए
इसके लिए दिए जाने वाले जरूरी कागजात में क्या कोई बदलाव हुआ है, यह जानना चाह रहा था। इसलिए फॉर्म मंगवाया हूं। कहा, पिताजी को टिकट मिलने के बाद फॉर्म भरने में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसलिए यह फॉर्म खरीदा है।
बिजेंद्र चौधरी ने भी कटवाई रसीद
संजीव कुमार के अलावा मुजफ्फरपुर विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक बिजेंद्र चौधरी ने भी नाजिर रसीद कटवाई है। इससे यह तय है कि वह भी मैदान में उतरेंगे। कांग्रेस से ही उनकी उम्मीदवारी होगी।
जन सुराज पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे वार्ड पार्षद संजय केजरीवाल ने भी रसीद कटाई है। इससे यह तय हो गया कि वह भी चुनाव मैदान में उतरेंगे।
पहले दिन सिर्फ एक नामांकन
विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार से नामांकन शुरू हो चुका है। पहले दिन कांटी विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी से अधिवक्ता विरेंद्र कुमार विश्वास ने नामांकन किया।
उन्होंने विस क्षेत्र के आरओ एडीएम आपदा के कार्यालय में नामांकन की प्रक्रिया पूरी की। वे पूर्व में 2015 में कुढ़नी व 2020 के विधानसभा चुनाव में मीनापुर से प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली थी।
कुढ़नी में उन्हें मात्र 1300 वोट ही मिले थे। इसके अलावा पिछले वर्ष कांटी से जिला परिषद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि इसमें भी जीत नहीं मिली थी। इसके अलावा अन्य किसी विधानसभा से एक भी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं किया।
वहीं, पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा के छोटे पुत्र संजीव कुमार, मुजफ्फरपुर विधायक बिजेंद्र चौधरी समेत दर्जनभर से अधिक प्रत्याशियों ने नाजिर रसीद कटाई। इसमें बरूराज विधानसभा के लिए दो, कांटी के लिए सात व मुजफ्फरपुर के लिए तीन प्रत्याशी शामिल हैं।
समाहरणालय में नामांकन को लेकर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रही। दोनों मेन गेट पर बैरिकेडिंग लगाई गई। यहां पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती थी। किसी भी वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी।
इसके अलावा समाहरणालय परिसर में भी पुलिसकर्मी व पदाधिकारियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। सभी को सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक मुस्तैदी से ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया है।
प्रत्याशी के साथ चार लोगों को ही आरओ कार्यालय में जाने की अनुमति दी गई है। उनके साथ तीन वाहन ही अंदर जा सकेंगे, लेकिन इसका दायरा निर्धारित किया गया है। आरओ कार्यालय से सौ मीटर पहले ही इन्हें वाहन छोड़ देना होगा और वहां से पैदल ही जाना पड़ेगा। |
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