पश्चिम एशिया का दौरा कर सकते हैं ट्रंप (फाइल)  
 
 
  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच हुए शांति समझौते के अनुमोदन के लिए पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को संसद में प्रस्ताव रखा। इस पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को संसद (नेसेट) को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
ट्रंप ने भी आगामी सप्ताह पश्चिमी एशिया के दौरे की बात कही है। वह समझौता हस्ताक्षर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मिस्त्र जा सकते हैं। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नेतन्याहू ने ट्रंप को शांति के नोबेल के लिए भी हकदार बताया।  
 
उन्होंने एआइ से तैयार की गई एक फोटो भी शेयर की, जिसमें नेतन्याहू ट्रंप को नोबेल मेडल पहनाते दिख रहे हैं। उधर, ट्रंप ने द्विराष्ट्र समाधान पर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि इसकी संभावना को लेकर अभी उनके पास कोई नजरिया नहीं है।  
 
उन्होंने कहा कि अभी पहली जरूरत लोगों को जिंदा रहने के लिए बेहतर स्थिति बनाने की है। इजरायल के आमंत्रण पर एक सवाल पर ट्रंप ने कहा कि अगर वे चाहते हैं तो मैं इजरायली नेसेट को संबोधित करने के लिए तैयार हूं।  
समझौते से स्थायी युद्धविराम की राह खुलेगी  
 
इजरायली अधिकारी ने बताया कि इस समझौते से स्थायी युद्धविराम की राह खुलेगी। समझौते के पहले चरण के तहत इजरायली सेनाएं गाजा में एक तय सीमा से पीछे हटेंगी। हालांकि, शांति समझौते पर दोनों पक्षों के सहमत होने के बावजूद गाजा में इजरायली कार्रवाई जारी रही।  
कैदियों की संख्या पर आधिकारिक स्पष्टता नहीं  
 
गाजा में गुरुवार सुबह धमाके हुए और धुआं उठता देखा गया। समझौते को आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक नहीं किया गया है, जिससे ये स्पष्ट नहीं है कि इजरायली सेनाएं कहां तक पीछे हटेंगी। इसके अलावा बंधकों और कैदियों की संख्या पर भी आधिकारिक स्पष्टता नहीं है, जिन्हें छोड़ा जाना है। इजरायल का मानना है कि हमास के कब्जे में कुल 48 बंधक हैं, जिनमें से 20 बंधक जीवित हैं, जबकि 28 अन्य के बारे में कुछ पता नहीं है। |