Forgot password?
 Register now

सावधान! उत्‍तराखंड में फैल रही रहस्यमयी बीमारी, एक पखवाड़े में छह लोगों की मौत

deltin33 2025-10-9 04:06:47 views 175

  अल्मोड़ा जिले में रहस्यमयी बीमारी से एक पखवाड़े में छह मौत। प्रतीकात्‍मक





संवाद सहयोगी, जागरण, दन्यां। अल्मोड़ा जनपद के धौलादेवी ब्लाक में रहस्मयी बीमारी लगातार जिंदगियां लील रही है। वहीं जिला व अस्पताल प्रशासन अब भी गंभीर नहीं है। वायरल फीवर की ​शिकायत लेकर लोग लगातार अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।

अब काभड़ी गांव निवासी मदन राम की वायरल फीवर से मौत हो गई है। मदन राम का उपचार दो दिन से बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा में उपचार चल रहा था। हल्द्वानी के लिए रेफर मदन ने चिकित्सालय परिसर से बाहर निकलते ही दम तोड़ दिया। वहीं अल्मोड़ा जनपद में पखवाड़े भर में वायरल फीवर से मरने वालों की संख्या का आंकड़ा छह पहुंच गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें



काभड़ी गांव निवासी 68 वर्षीय मदन राम कुछ दिन पूर्व वायरल फीवर की चपेट में आए। ​तबियत बिगड़ने पर उन्हें बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया। तबियत अ​धिक खराब होने पर बेस अस्पताल प्रशासन ने बुधवार को उन्हें हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया।

स्वजन मदन राम को हल्द्वानी ले जाने की तैयारी में जुट गए। बताते हैं कि जैसे ही उन्हें अस्पताल परिसर में खड़े वाहन की ओर ले जाया गया, रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। वहीं इससे पूर्व जागेश्वर निवासी आशा कार्यकर्ता हंसी भट्ट, खेती निवासी पंडित शैलेंद्र पांडे, नैनी बजेला निवासी गोविंद सिंह खनी समेत पांच लोगों की मौत भी उपचार के दौरान हो गई थी।


तेजी से गिर रहे प्लेटलेट

इनको भी वायरल फीवर आया और प्लेटलेट तेजी से गिरने लगे थे। इधर धौलादेवी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने लगातार हो रही मौतों पर दु:ख जताते हुए स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं। वायरल फीवर का उपचार करने में नाकाम स्वास्थ्य महकमे को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है।

जनप्रतिनिधियों ने गांवों में शिविर लगाकर बुखार की जांच कराने और प्रत्येक चिकित्सालय में रक्त की जांच की सुविधा प्रदान करने की मांग की है। अकेले धौलादेवी ब्लाक के चार लोगों की उपचार के दौरान अल्मोड़ा में मौत होना कई सवाल खड़े कर रहा है।



वहीं अब तक स्वास्थ्य महकमा इस रहस्मयी बीमारी के बारे में भी पता नहीं लगा सका है। प्रशासन भी इस बीमारी को लेकर संवेदनशील नहीं है। अब तक गांवों में इस तरह की बीमारी की चपेट में आने वालों का पता लगाने के लिए टीमें भी नहीं भेजी गई हैं। इससे बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।



गांवों में वायरल फीवर और टाइफाइड का प्रकोप बड़ा है। अचानक तेज बुखार आने से प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं। लापरवाही न बरतें, तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। - डा. बीबी जोशी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीएचसी धौलादेवी
like (0)
deltin33administrator

Post a reply

loginto write comments

Related threads

deltin33

He hasn't introduced himself yet.

7930

Threads

0

Posts

210K

Credits

administrator

Credits
23828
Random