सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। साइबर ठग लोगों की जीवनभर की पूंजी पर डाका डाल रहे हैं। सालभर में साइबर ठगी की कई बड़ी वारदातें हुईं। कई मामले तो थाने तक पहुंचे ही नहीं। कुछ मामलों को पुलिस ने जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल दिया। सालभर में अकेले साइबर थाने में ही 185 मुकदमे साइबर ठगी के दर्ज किए गए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ठगों ने पढ़े लिखे लोगों, व्यापारियों को भी बनाया निशाना
ताजनगरी के भोले भाले लोगों को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट करके अपना शिकार बनाया। किसी को कस्टम अफसर बनकर, तो किसी को पुलिस अधिकारी बनकर डराया और धमकाया गया। बड़ी डिजिटल अरेस्ट करके लोगों की जीवनभर की पूंजी ठग ली गई। पीड़ितों ने साइबर थाने में शिकायतें दर्ज कराईं। वर्तमान में 20 प्रमुख मामलों की जांच साइबर थाना पुलिस कर रही है। डिजिटल अरेस्ट का नेटवर्क विदेशों से संचालित होने के कारण पुलिस प्रमुख अपराधियों तक नहीं पहुंच सकी है।
सालभर में अकेले साइबर थाने में दर्ज हुए 185 मुकदमे
हालांकि आगरा पुलिस ने साइबर ठगों पर बड़ी कार्रवाई की है। करोड़ रुपये वापस भी कराए हैं। अगर डिजिटल अरेस्ट के मामले सीबीआइ के पास पहुंचते हैं तो पीड़ितों को ठगी गई रकम वापस मिलने की उम्मीद है। एडीसीपी आदित्य ने बताया कि साइबर अपराध से जुड़े कई बड़े मामलों का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। बड़ी संख्या में अपराधियों को पकड़कर जेल पहुंचाया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
इस वर्ष हुए डिजिटल अरेस्ट व ठगी के प्रमुख मामले
- कोल्ड स्टोर संचालक की पत्नी से इंवेस्टमेंट के नाम पर 5.95 करोड़ रुपये ठगे
- शाहगंज की युवती से 13.42 लाख रुपये ठगे।
- रिटायर्ड दंपती से 65 लाख रुपये ठगे।
- पूर्व कृषि वैज्ञानिक से 25 लाख रुपये ठगे।
- रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी से 28 लाख ठगे।
- शेयर ट्रेडिंग के नाम पर दयालबाग के युवक से 18 लाख ठगे।
- ट्रेडिंग के नाम पर मधुनगर के युवक से 10 लाख रुपये ठगे।
- पेंशन खाता नवीनीकरण के नाम पर 1.31 लाख रुपये ठगे।
- एपीके फाइल से फोन हैक करके जयपुर हाउस के कपड़ा व्यापारी के खाते से 10 लाख रुपये निकाले।
ठगी होने पर तुरंत ये कदम उठाएं
अगर साइबर ठगी या कोई डिजिटल अरेस्ट करता है तो तत्काल राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर पर 1930 पर फोन करें। इसके साथ ही पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 व नजदीकी थाने के साथ ही साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
18 करोड़ की हुई ठगी
साइबर थाने में 185 मुकदमे साइबर ठगी के दर्ज हैं। इन मुकदमों में ही साइबर ठगों ने करीब 18 करोड़ रुपये सालभर में ठगे हैं। 4.78 करोड़ रुपये की रकम बरामद करके साइबर पुलिस ने पीड़ितों को वापस भी कराई है। 5.16 करोड़ रुपये की राशि खातों में फ्री कराई गई है। पुलिस ने 150 साइबर ठगों पर कार्रवाई करते हुए 78 को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। |