मुहल्ला निकासा की पंचायत में निर्णय
संवाद सूत्र, जागरण, कोसीकलां। नगर में मुस्लिम समुदाय की पंचायत में शादियों की फिजूलखर्ची व कुरीतियों के खिलाफ फरमान जारी किया गया। शादियों में अब डीजे नहीं बज सकेंगे, निकाह मैरिज होम में नहीं पढ़ा जा सकेगा। हुड़दंग को रोकने के लिए सलामी उपहार रस्म व आतिशबाजी पर भी पाबंदी लगाई गई है। पंचायत के फैसले का उल्लंघन करने पर मौलाना निकाह नहीं पढ़ेंगे साथ ही 11 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मैरिज होम में नहीं कर सकेंगे निकाह, सलामी उपहार व आतिशबाजी पर भी रोक
नगर के मुस्लिम बहुल देहली गेट स्थित सराय निकासा पर मुस्लिम समाज की कुरीतियों के खिलाफ पंचायत का आयोजन शुक्रवार शाम किया गया। पंचों की भूमिका में लियाकत अली, हाजी साकिब, आस मोहम्मद, हाजी सादिक, मेहराज, वली मोहम्मद, जिब्रान हुसैन एडवोकेट, हाजी अजीज, सुलतान अहमद, इस्लाम ठेकेदार, इदरीश मेम्बर, रहीश कुरैशी, हाजी यासीन शामिल रहे। समाज के प्रमुख लोगों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि यहां से जाने वाली बरात और बाहर से यहां आने वाली बरात में डीजे साउंड नहीं बजाया जाएगा और आतिशबाजी भी नहीं की जाएगी।
मुहल्ला निकासा की पंचायत में निर्णय, उल्लंघन पर लगेगा 11 हजार रुपये जुर्माना
दूल्हे का निकाह मैरिज होम में नहीं, मस्जिद में पढा जाएगा। हालांकि बरात को दावत एवं अन्य व्यवस्थाएं मैरिजहोम, होटल, गेस्टहाउस में की जा सकेंगे। दूल्हा के लिए होने वाली सलामी उपहार वाली रस्म पर पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। पंचायत के निर्णय का सख्ती से पालन कराया जाएगा। उल्लंघन करने वाले का निकाह कोई भी मौलवी नहीं पढ़ाएगा साथ ही संबंधित से 11 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला जाएगा।
पंचायत के इस फैसले को समाज के लोगों ने ऐतिहासिक व महत्वपूर्ण बताया। मीनुद्दीन ने बताया, शादियों में डीजे साउंड को लेकर कई बार झगड़े होते रहे हैं, इससे एकता व सौहार्द भी बिगड़ता रहा है। पंचायत में समाज के तमाम लोग मौजूद रहे। |