धौली नदी तट पर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। धौली नदी तट पर नाबालिग से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर राज्य में हड़कंप मच गया है। बाल एवं महिला आयोग ने इस संवेदनशील मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वतः संज्ञान लिया है।
महिला आयोग की एक टीम धौली थाने पहुंची और पुलिस अधिकारियों के साथ मामले की समीक्षा की। इसके बाद बाल आयोग की टीम भी थाने पहुंचकर तथ्यों की जांच की और अलग से मामला दर्ज किया।
घटना के बाद कमिश्नरेट पुलिस भी पूरी तरह सक्रिय नजर आ रही है। पुलिस ने पहले ही इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि जांच के दौरान अन्य लोगों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन में घटना के दिन के कुछ वीडियो रिकॉर्ड होने की जानकारी सामने आई है। इस अहम साक्ष्य को ध्यान में रखते हुए दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफएसएल) भेजा जाएगा।
इधर, ‘न्याय के लिए संघर्ष परिवार’ के अध्यक्ष सुब्रत कुमार दास ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग के साथ पीड़िता के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की अपील की है। इस मामले में मुख्यमंत्री, गृह विभाग के सचिव, डीजीपी, पुलिस कमिश्नर और भुवनेश्वर के डीसीपी को पक्षकार बनाया गया है।
राजनीति गरमाई, आरोप-प्रत्यारोप तेज
घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से चिंता जताते हुए कहा कि राजधानी में नाबालिगा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना बेहद शर्मनाक और चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं और अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
नवीन पटनायक ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार विफल साबित हो रही है। उन्होंने मांग की कि घटनाओं के बाद प्रतिक्रिया देने के बजाय पहले से ठोस कदम उठाकर ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जाए।
उपमुख्यमंत्री का पलटवार
उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने विपक्ष के आरोपों पर कड़ा पलटवार किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि इस गंभीर घटना पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और कानून अपने रास्ते पर चल रहा है। सरकार इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शने के मूड में नहीं है।
मामला रेड फ्लैग घोषित, जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी
धौली सामूहिक दुष्कर्म मामले को राज्य पुलिस ने ‘रेड फ्लैग’ घोषित करते हुए जांच की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। मामले की गंभीरता और सामाजिक प्रभाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में ‘क्राइम अगेंस्ट वूमेन’ सेल की विशेष टीम गठित की गई है, जो मेडिकल रिपोर्ट, फॉरेंसिक साक्ष्य और अन्य पहलुओं की गहन जांच कर जल्द चार्जशीट दाखिल करेगी। |