शिलॉन्ग में फाजिल्का के जवान बलिदान, परिवार में पसरा मातम। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, फाजिल्का। जिले के भारत-पाक सीमा से सटे गांव झुग्गे गुलाब सिंह का बीएसएफ जवान रजिंदर सिंह शिलांग, मेघालय में ड्यूटी दौरान हुए एक हादसे में बलिदान हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही गांव और परिवार में मातम फैल गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बलिदानी जवान का पार्थिव शरीर रविवार को उसके पैतृक गांव लाया जाएगा, जहां पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
परिवार का कहना है कि बीएसएफ अधिकारियों ने सिर्फ हादसा होने की जानकारी दी है, लेकिन हादसे के कारणों या परिस्थितियों के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। इसी बीच शादी की तैयारियां पूरी तरह मातम में बदल गई हैं।
जानकारी के अनुसार रजिंदर सिंह की उम्र महज़ 30 वर्ष थी और वह दो साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह 193 बटालियन में तैनात था। परिवार के अनुसार शुक्रवार शाम उन्हें बीएसएफ से फोन आया था, जिसमें सिर्फ इतना बताया गया कि ड्यूटी के दौरान एक हादसा हुआ है और रजिंदर सिंह बलिदानी हो गया है। उन्होंने रजिंदर काे गोली लगने की बात कही।
लेकिन हादसा कैसे हुआ, किन परिस्थितियों में हुआ, इस बारे में कोई भी आधिकारिक जानकारी परिजनों को नहीं मिली। रजिंदर सिंह की भर्ती के समय गांव में बैंड-बाजे के साथ उसका जोरदार स्वागत किया गया था। नोटों के हार पहनाकर उसे गर्व भरी विदाई दी गई थी।
अब उसी जवान के बलिदान होने की खबर ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है। परिवार के अनुसार रजिंदर सिंह की शादी फरवरी 2026 में तय थी। शादी के कार्ड भी छप चुके थे और घर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। माता-पिता, बहन और छोटे भाई को उसकी छुट्टी का बेसब्री से इंतज़ार था।
सितंबर महीने में रजिंदर मांगनी के बाद ड्यूटी पर लौटा था। परिवार कहता है कि घर का माहौल पिछले कुछ दिनों से बिल्कुल खुशियों में डूबा हुआ था, लेकिन एक फोन कॉल ने सभी सपनों को चीरकर रख दिया। परिजनों के मुताबिक रविवार को रजिंदर सिंह का पार्थिव शरीर फाजिल्का में उनके गांव लाया जाएगा।
दो दिन पहले हुई आखिरी बात
परिवार के अनुसार रजिंदर सिंह ने 24 दिसंबर को अपनी मां, बहन और छोटे भाई से फोन पर बात की थी। बहन उस समय शादी की खरीदारी कर रही थी और उसने वीडियो कॉल पर कई सामान दिखाए थे। बातचीत के दौरान रजिंदर ने कहा था कि उसने छुट्टी अप्लाई कर दी है और जनवरी के अंतिम सप्ताह में घर पहुंच जाएगा।
परिवार इस उम्मीद में था कि जल्द ही वह घर आएगा और शादी की रस्में शुरू होंगी, मगर हादसे की सूचना ने पूरी खुशियों को मातम में बदल दिया। किसी ने नहीं सोचा था कि यह बातचीत आखिरी साबित होगी। अब माता-पिता और भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल है।
फाजिल्का ज़िले के गांव झुग्गे गुलाब सिंह के फ़ौजी जवान राजिंदर सिंह के मेघालय के शिलांग में ड्यूटी के दौरान बलिदान होने की दुखद ख़बर मिली। मैं बलिदानी परिवार के प्रति दिल से संवेदना व्यक्त करता हूँ। देश की सेवा में उनके साहस और समर्पण को नमन। इस कठिन समय में पंजाब सरकार बलिदानी परिवार के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
- भगवंत मान, मुख्यमंत्री पंजाब
शिलॉन्ग, मेघालय में ड्यूटी के दौरान बलिदान हुए फाजिल्का ज़िले के गांव झुग्गे गुलाब सिंह के बहादुर बीएसएफ जवान रजिंदर सिंह की कुर्बानी को सलाम। देश के लिए दिया गया आपका सर्वोच्च बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। अरदास है कि इस दुख की घड़ी में वाहेगुरु परिजनों को हिम्मत और सहनशक्ति प्रदान करे।
- सुखबीर सिंह बादल, प्रधान शिरोमणि अकाली दल |