cy520520 • 2025-12-27 19:27:35 • views 183
जागरण संवाददाता, बांदा। न्यायालय पेशी में जाते समय पुलिस कर्मियों की राइफल छीनकर गोली चलाकर फरार हुए हत्यारोपित बंदी को 13 साल बाद पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया।
दाएं पैर में गोली लगने से पुलिस ने उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। गिरफ्तार हत्यारोपित पर एडीजी जोन ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। आरोपित के साथ कुल 13 बंदी फरार हुए थे, जिसमें 12 आरोपितों को पुलिस व एसटीएफ ने घटना के तीन वर्ष के अंदर गिरफ्तार कर लिया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चित्रकूट के ग्राम खोह निवासी 49 वर्षीय संदीप मिश्रा पुत्र शिव अवतार वर्ष 2012 में मंडल कारागार में हत्या के मामले में निरुद्ध था। हत्यारोपित बंदी संदीप समेत 13 बंदियों को पुलिस आठ अगस्त 2012 में कर्वी न्यायालय पेशी के लिए ले जा रही थी, जिसमें अतर्रा थाना के गड़रा नाला मोड़ के पास कैदी वाहन में बैठे बंदियों ने एक पुलिस कर्मी की आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर रायफल छीन ली थी।
बाद में उसी राइफल से राजू कोल बंदी ने फायर किया था। बाद में सभी 13 बंदी फरार हो गए थे। एसटीएफ व पुलिस ने घटना के बाद 2015 तक अन्य फरार बंदियों को पकड़ कर दोबारा जेल भेज दिया था, लेकिन फरार हत्यारोपित संदीप हाथ नहीं लगा था, जिसके चलते उसके ऊपर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था।
शुक्रवार रात मटौंध थाना निरीक्षक संदीप सिंह व एसओजी प्रभारी आंनद सिंह ने भूरागढ़ बाईपास सोना खदान से मुखबिर की सूचना पर घेरबंदी की, जिसमें इनामी हत्यारोपित ने पुलिस पर तमंचे से फायर कर दिया। पुलिस टीम ने जवाब में फायरिंग की तो आरोपित के दाहिने पैर में गोली लगी।
पुलिस ने पकड़कर उसे ट्रामा सेंटर पहुंचाया। एसपी पलाश बंसल ने बताया कि फरार इनामी आरोपित को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है। उसका अन्य आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। |
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