जागरण संवाददाता, बरेली। साइबर ठगी के मामले एक बार फिर से बढ़ना शुरू हो गए हैं। अभी तक डिजिटल अरेस्ट और इंवेस्टमेंट के नाम पर ठगी की जा रही थी। अब ठगों ने नौकरी लगवाने के झांसा देकर भी ठगना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। एक युवक ने गूगल से विजिटर वीजा के एजेंट नंबर निकाला और बात की तो आरोपित ने उन्हें आस्ट्रेलिया में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। आरोेप है कि आरोपित ने उनसे टोकन मनी के रूप में आठ लाख रुपये की ठगी कर ली। मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नवाबगंज के गुलडियां धिमर गांव निवासी अनमोल सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्हें विजिटर वीजा पर विदेश में नौकरी के लिए जाना था। इसलिए उन्होंने गूगल से एजेंट का नंबर सर्च किया। नंबर मिलने के बाद बात की तो उनके वाट्स-एप नंबर पर एक लिंक भेजकर उसे ज्वाइन करने को कहा गया। फोन करने वाले ने बातचीत के दौरान अपना नाम सतेंद्र पाल सिंह उर्फ प्रिंस बताया।
आरोप है कि आरोपित ने झांसा दिया कि उनकी नौकरी वह आस्ट्रेलिया में लगवा देगा। उसके लिए वीजा व सभी दस्तावेज भी तैयार करा देगा। बातचीत होने के बाद आरोपित ने अपना दूसरा नंबर दिया और कहा कि अब उस पर संपर्क करे। इसके बाद उसने टोकन मनी के रूप में धीरे-धीरे रुपये मांगना शुरू कर दिया।
अनमोल का कहना हैं कि उन्होंने सात मई से लेकर 24 जून तक 8.59 लाख रुपये अपने और अपने पिता के खाते से ट्रांसफर कर दिए। रुपये मिलने के बाद आरोपित ने उन्हें वाट्स-एप पर ब्लाक कर दिया और फोन उठाना भी बंद कर दिया। तब अनमोल को साइबर ठगी का एहसास हुआ। मामले में उन्होंने साइबर थाने में प्राथमिकी लिखाई है।