ओवर लोडिंग बस से यात्री को उतारकर बस की कागजात की जांच पडताल करती पुलिस। जागरणस
संवाद सहयोगी, बेनीपुर (दरभंगा) । बेनीपुर-दरभंगा पथ में अधिकांश बसों पर ओवरलोडिंग किए जाने के कारण बराबर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बिगत डेढ़ वर्ष में सड़क दुर्घटना में एक दर्जन से अधिक लोगों का मौत हो जाने के बाद भी इस पथ पर चलनेवाली अधिकांश बसों पर औवरलोडिंग करना एवं यात्रियों से मनमाना किराया वसूलना आम बात होती जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यहां कहने के लिए मझौड़ा बस स्टेंड तो है लेकिन इस बस स्टैंड की स्थापना के तीन वर्ष बाद भी यहां से एक भी बस नहीं खुलती है। बस स्टैंड में शौचालय, पेयजल एवं यात्री शेड का अभाव है। इस कारण यात्री भी यहां नहीं आकर बेनीपुर, धरौड़ा ,आशापुर चौक पर खड़ा होकर बस के आने का इंतजार करते रहते हैं और फिर बस पर ओवरलोड होकर गंतव्य स्थान तक पहुंचते हैं।
उक्त चौकों पर बसों को खड़ा कर यात्रियों को चढ़ाए जाने से बराबर सड़क जाम की स्थिति बनी रहती है। मझौड़ा बस स्टैंड के इंचार्ज कुंदन सिंह ने बेनीपुर के तत्कालीन एसडीओ एवं एसडीपीओ को आवेदन देकर मझौड़ा बस स्टैंड में बसों को लगवाने तथा यहां से विभिन्न जगहों के लिए बस खुलने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग कई बार की। लेकिन आजतक कुछ भी नहीं हुआ।
अब नये एसडीओ मनीष कुमार झा ने बेनीपुर - दरभंगा पथ पर चलनेवाली बसों को मझौडा बस स्टेंड में बस को लगाकर यात्रियों को चढ़ाने तथा जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित भाड़ा यात्रियों से लेने का सख्त निर्देश दिया है।
एसडीओ ने बस स्टेंड के इंचार्ज कुंदन सिंह को भी स्टैंड में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध करने की बात कही है ताकि यात्री एवं बस के चालकों को कोई परेशानी नहीं हो। एसडीओ ने अवैध रूप से चौक चौराहों पर बस एवं टेंपो को रोककर सड़क जाम करने वालों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश बहेड़ा थानाध्यक्ष को दिया है। साथ ही ओवरलोडिंग बसों के चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट सहित अन्य कागजात की जांच पड़ताल करने की बात कही है। |