deltin33 • 2025-11-25 23:09:37 • views 122
सुबह और शाम के समय रेंगते नजर आती हैं गाड़ियां।
जागरण संवाददाता, जम्मू। ट्रैफिक के मामले में अब जम्मू शहर किसी महानगर से कम नहीं है।छोटे से शहर जम्मू में पिछले कुछ वर्षों में वाहनों का ऐसा सैलाब आया है कि अब शहर की कोई भी सड़क ऐसी नजर नहीं आती, जहां गाड़ियों का लंबा जाम देखने को न मिले। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या वैसे तो पूरा दिन ही रहती है लेकिन सुबह और शाम यह ज्यादा गंभीर हो रही है। सुबह के समय लोगों के काम पर जाने और शाम के समय घर वापसी के चलते शहर की सड़कों पर गाड़ियों का इतना जाम लग जाता है कि सड़कों पर गाड़ियां चलते नहीं, बल्कि रेंगती नजर आती हैं।
हालत इस कदर शहर में बदतर हो गए हैं कि चार से पांच किलाेमीटर का सफर, जो पांच से दस मिनट में पूरा होता था, अब एक घंटे में भी समाप्त नहीं होता।जम्मू शहर में तवी पुल पार करते ही जाम से दो चार होना अब आम बात हो चुकी है।
कई बार तवी पुल से ज्यूल चौक पहुंचने में ही बीस मिनट से आधा घंटा लग रहा है जबकि ज्यूल चाैक केनाल रोड से होते हुए अखनूर रोड पहुंचने वाले किलोमीटर लंबे मार्ग पर भी पहुंचना आसान नहीं रहा है।
इसी तरह बस स्टैंड बीसी रोड भी वाहनों से भरा रहता है। इतना ही नहीं संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जीएमसी के बाहर महेशपुरा चौक भी पिछले कुछ समय से दिन भर गाड़ियों के जाम में झकड़ा रहता है, जिस कारण अस्पताल में मरीजों को लाने मेें भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वहीं बख्शी नगर से अखनूर रोड की ओर जाने वाला मार्ग भी दिन भर जाम में झकड़ा रहता है, जिस कारण इस मार्ग से गुजरने से भी लोग कतराने लगे हैं।
गलियां भी जाम से रही हांफ
शहर की मुख्य सड़कों पर जाम का असर यह हो रहा है कि अब इन सड़कों के साथ लगती गलियां भी जाम से हांफने लगी है।अकसर लोग सड़क से लगती गलियों से गाड़ियों को निकालने का प्रयास करते हैं, जिस कारण इन गलियों में भी जाम लगने लगा है। उधर गलियों से गाड़ियों की आवाजाही बढ़ने से वहां रहने वाले लोग भी परेशान हैं।
बख्शी नगर में रहने वाले पंकज शर्मा और संजीव गुप्ता का कहना है कि गलियों की हालत ऐसी हो चुकी है कि उन्हें खुद मुख्य सड़क पर पह़ुंचने में आधा घंटा लग जाता है क्योंकि लोग इन गलियों से शार्ट कट मारने के चक्कर में गाड़ियां फंसा देते हैं। बाहर सड़कों पर तो ट्रैफिक पुलिस गाड़ियों को निकालते नजर आते हैं लेकिन गलियों में कोई ट्रैफिक कर्मी भी नहीं होता, जिस कारण अकसर वहां पर लोगों के बीच बहस बाजी आैर कई बार मारपीट की नौबत आ जाती है।
जाम लगने के कारण
- शहर में वाहनों का एकाएक बढ़ना
- वाहनों की संख्या के अनुसार सड़कों का कम विस्तार
- सड़क किनारे वाहनों की अवैध पार्किंग
- सड़कों के बीच बिना प्लानिंग बनाई गई क्रासिंग
- लेन में न चल एक दूसरे से आगे निकलने की होड़
- लोगाें का पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कम इस्तेमाल करना
- सड़कों के किनारे अतिक्रमण
शहर में ट्रैफिक कर्मी दिन भर सक्रिय रहते हैं।जिन जगहों पर जाम की स्थिति बनती है, वहां पर अतिरिक्त जवानों व अधिकारियों की तैनाती की गई है।लोगों से भी अपील है कि वे यातायात नियमों का पालन करें। लेन ड्राइविंग करें।सड़कों पर वाहन खड़े न करें। - एसएसपी ट्रैफिक, अमित भसीन |
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