जागरण संवाददाता, कासगंज। तीर्थ नगरी के लहरा रोड स्थित शिवराज पशु मेला का शुभारंभ हो गया है। दो दिन में बड़ी संख्या में घोड़े और घोड़ी की बिक्री हुई है। 58 लाख के 102 घोड़ी और घोड़े बिके हैं। विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे व्यापारी अपने मवेशियों का प्रदर्शन कर रहे हैं। एक से बढ़कर एक आकर्षक मवेशी मेले में पहुंचने वालों को लुभा रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मेला मार्गशीर्ष के दौरान पिछले 120 सालों से अधिक परंपरागत लगने वाले शिवराज पशु मेला का शनिवार को शुभारंभ हुआ। मेले में मध्य प्रदेश, हरियाणा, बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न प्रदेशों के व्यापारी पहुंचे। शनिवार को देर रात तक घोड़े और घोड़ियों की खरीद बिक्री होती रही। व्यापारियों ने 60 घोड़ा और घोड़ी की खरीद की। जिनकी कीमत करीब 40 लाख रुपये बताई जा रही है।
इसी क्रम में रविवार को सुबह से ही मेले में व्यापारियों की भीड़ दिखाई देने लगी। 18 लाख 42 मवेशी की बिक्री हुई। मेला करीब एक माह तक जारी रहेगा। दूर-दराज क्षेत्रों से आने वाले व्यापारी अपने मवेशियों को प्रदर्शन के लिए लाएंगे और इनकी बिक्री होगी। व्यापारी यहां से भी मवेशी खरीदकर गंतव्य हो ले जाएंगे। मेला संचालक राव मुकुल मानसिंह ने बताया कि दो दिन में 102 मवेशी की बिक्री हुई है। जिनकी कीमत 58 लाख रुपये है। मेले में आगे भी यह क्रम जारी रहेगा।
35 लाख में बिकेगा बरेली का शहंशाह
तीर्थ नगरी में शिवराज पशु मेले में घोड़े और घोड़ी पहुंच रहे हैं। बरेली के आरए स्टड फार्म हाऊस से मालिक नाजिम अपने घोड़े को लेकर पशु मेले में आए हैं। उन्होंने बताया कि ब्लडराइंस शेषनाग का बच्चा है। इसकी मजूकेलाइन मारवाडी है। इस नश्ल के घोड़े बालीवुड, पुलिस लाइन्स में प्रदर्शित किया जाता है।
उनका कहना है कि इस नश्ल के घोड़े का ब्लड चैक होने के बाद विदेशों में भी इन्हें भेजा जाता है। मालिक ने घोड़े की कीमत 35 लाख रुपये है। इस नश्ल के घोड़े विदेशों में भी पसंद किए जाते हैं। |