राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गुजरात हमेशा से देश को राह दिखाने वाला राज्य रहा है। भगवान श्रीकृष्ण उत्तर प्रदेश से इस धरा पर आए और द्वारिकाधीश बनकर धर्म की स्थापना के कार्य को आगे बढ़ाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी भूमि से आर्यसमाज के बड़े आंदोलन को आगे बढ़ाया। इस धरती ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को स्वाधीनता के अगुआ के रूप में देकर आजादी का मार्ग प्रशस्त किया था। यह भारत की अखंडता के शिल्पी लौहपुरुष सरदार पटेल की भी पावन धरा है। गुजरात भगवान सोमनाथ और नागेश्वर नाथ की भी पावन धरा है।
गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘भारत पर्व-2025’ में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में स्टैच्यू आफ यूनिटी के दर्शन का अवसर मिला था। पिछले सात वर्षों में इस स्थल को विश्व पर्यटन के गंतव्य के रूप में स्थापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि स्टैच्यू आफ यूनिटी भारत की एकता की प्रतिमूर्ति है। यह पीएम मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में विरासत, विकास व गरीब कल्याण की परंपरा को बढ़ाकर वर्तमान पीढ़ी को न केवल नई प्रेरणा दी, बल्कि देश को विकसित भारत के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य भी दिया है।
काशी में काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद वहां प्रतिवर्ष 11 से 12 करोड़ श्रद्धालु आ रहे हैं। अयोध्या में कई पीढ़ियां राम मंदिर बनने की आस लेकर चली गईं, लेकिन प्रधानमंत्री ने यह संभव करके दिखाया और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो गया। आज अयोध्या में प्रतिवर्ष छह से आठ करोड़ श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मथुरा-वृंदावन, केदारनाथ पुरी, बद्रीनाथ व महालोक सहित देश के अंदर अलग-अलग स्थानों पर भारत की विरासत को सम्मान दिया जा रहा है। किसानों, युवाओं, श्रमिकों, आधी आबादी की आकांक्षाओं के अनुरूप भारत का समग्र विकास हो रहा है। भारत आज तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है।
योगी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत की अखंडता के शिल्पी थे। अंग्रेज नहीं चाहते थे कि भारत एक रहे। उन्होंने शरारतपूर्ण तरीके से केवल भारत और पाकिस्तान के नाम पर ही देश का विभाजन ही नहीं किया था, बल्कि उनकी शरारत थी कि देश को इतने टुकड़ों में बांट डालो कि भारत एक न रह सके।
उन्होंने कहा कि नया भारत देश की सुरक्षा, संप्रभुता व अखंडता से कोई समझौता नहीं करता है। भारत और उसके नागरिकों की सुरक्षा में सेंध लगाने का दुस्साहस करने वाले को कीमत चुकानी ही पड़ेगी।
भारत पर्व में उत्तर प्रदेश के लोक नृत्यों के साथ गुजरात का गरबा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि राज्यों के कलाकारों के लोकनृत्य समेत अनेक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। मुख्यमंत्री ने कलाकारों की हौसलाअफजाई की।
इस अवसर पर अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल कैवल्य त्रिविक्रम परनायक, उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह कई नेता उपस्थित थे। |