सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में एसटीएफ की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। एसटीएफ ने सात शिकायतों पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता, उसके भाई, चर्चित बिल्डर समेत 15 खिलाड़ियों को चिन्हित किया है।
प्रशासन से इनके लाइसेंस से संबंधित प्रत्राावलियों की प्रति एसटीएफ ने मांगी है। इसके साथ ही इन्हें बयान के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश और राजस्थान में कूटरचित दस्तावेजों से लाइसेंस जारी कराने की शिकायतें भी एसटीएफ को मिली हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फर्जी दस्तावेजों से शस्त्र लाइसेंस जारी करवाने के मामले में दर्ज किए गए मुकदमे में एसटीएफ को कई अन्य सफेदपोशों की भी शिकायत मिली है। मंटोला में स्कूल संचालक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और उनके भाई पर कई मुकदमा होने के बाद भी लाइसेंस के मामले में एसटीएफ को शिकायत मिली है।
इसके साथ ही पांच शिकायतों में एक चर्चित बिल्डर समेत 15 शूटिंग खिलाड़ी भी जांच की जद में आ गए हैं। इन पर फर्जी दस्तावेजों से शस्त्र लाइसेंस और कारतूस लेने का आरोप लगाकर शिकायत की गई हैं।
मंगलवार को एसटीएफ की टीम ने कलक्ट्रेट पहुंच कर एडीएम सिटी यमुना धर चौहान से मिलकर इन सभी के लाइसेंस की पत्रावलियों की प्रति मांगी है।
इसके साथ ही मध्यप्रदेश और राजस्थान के बार्डर पर रहने वाले लोगों समेत 17 अन्य शिकायतें मिली हैं कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ग्वालियर, मुरैना, धौलपुर और भरतपुर आदि पड़ोसी राज्यों के जिलों में कूटरचित दस्तावेजों से लाइसेंस आवंटित कराए गए हैं।
कुछ शिकायतों में राजनैतिक प्रतिद्वंदिता के चलते अनियमितताएं और लाइसेंस के दुरुपयोग के साथ पड़ोसी जिले अलीगढ़ के मामले भी एसटीएफ की जांच में शामिल किए गए हैं।
एसटीएफ आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों से शस्त्र लाइसेंस लेने वालों की शिकायतों पर जांच की जा रही हैं। उनके लाइसेंस की पत्रावलियां मांगी गई हैं और बयान दर्ज कराने के लिए सभी को नोटिस दिए गए हैं।
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