फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लाल किला के नजदीक हुए धमाके में कार के ठीक पीछे चल रही बाइक पर सवार दो दोस्त अशोक कुमार और लोकेश अग्रवाल की मौत हो गई। लोकेश सोमवार को ही अपनी समधन को गंगाराम अस्पताल में देखने पहुंचे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समधन को देखने के बाद उन्होंने अपने दोस्त अशोक को काॅल किया। साथ खाना खाने की योजना बनी। अशोक वजीराबाद से लाल किला पहुंच गया और उसने लोकेश को अपनी बाइक पर बिठाया और खाना खाने निकले। इस बीच वह ठीक उसी कार के पीछे चल रहे थे, जिसमें धमाका हुआ। धमाके में दोनों की एक साथ मौत हो गई। पुलिस ने अशोक की बाइक के नंबर के आधार पर उसके परिजनों को खबर दी तो घर में मातम छा गया।
एक परिजन ने बताया कि मूलरूप से गांव मंगरौला, हसनपुर, अमरोहा, यूपी का रहने वाला अशोक कुमार परिवार के साथ दिल्ली के जगतपुर, वजीराबाद में रहता था। इसके परिवार में पत्नी सोनम के अलावा एक बेटा आरव और दो छोटी बेटी काव्या और आरोही हैं। अशोक कलस्टर बस में कंडक्टर की नौकरी करते थे।
वहीं, लोकेश अग्रवाल हसनपुर, यूपी में रहते थे। इनके परिवार में पत्नी, दो बेटे व एक बेटी हैं। इनका एक बेटा देहरादून में वैज्ञानिक है। लोकेश हसनपुर में ही खाद की दुकान चलाते हैं। कुछ दिनों पहले इनकी समधन शशि अग्रवाल गिरने से घायल हो गई थीं। उनके सिर में चोट थी। उनका गंगाराम अस्पताल में इलाज चल रहा था।
सोमवार को उनको देखने के लिए वह दिल्ली आए थे। दिल्ली पहुंचकर उन्होंने दोस्त अशोक को काल किया। अशोक अपनी बाइक लेकर वहां पहुंच गए। दोनों एक ही बाइक पर थे कि हादसे का शिकार हो गए। गांव में अशोक के बड़े भाई सुभाष और बीमार बुजुर्ग मां सोमवती रहती हैं। मां हार्ट पेशंट हैं। बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद से उनकी हालत खराब है।
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