LHC0088 • 2025-11-12 19:37:16 • views 535
रामजन्मभूमि पथ के प्रवेश द्वार पर श्रद्धालुओं के झोले आदि की जांच कराते एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे, साथ में सुरक्षाकर्मी।
संवाद सूत्र, अयोध्या। दिल्ली में हुए धमाके का व्यापक असर रामनगरी में भी देखा जा रहा है। सोमवार शाम से ही सुरक्षा एजेंसियाें ने निगरानी बढ़ा दी है। अयोध्याधाम में रामजन्मभूमि परिसर सहित संपूर्ण नगरीय क्षेत्र एवं जिले की सीमा पर कड़ा पहरा है। हालांकि, चौकसी के बीच लोगों का आवागमन सुचारु रूप से जारी है, लेकिन वाहनों की चेकिंग निरंतर जारी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आगामी 25 नवंबर को राममंदिर के ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री को भी आना है। उससे पहले देश की राजधानी में हुए ब्लास्ट ने यहां सुरक्षा तंत्र की नींद उड़ा दी है। सोमवार को इसकी खबर मिलते ही जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे एवं एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर स्वयं अयोध्याधाम की सुरक्षा का जायजा लेने निकल पड़े।
पूरे शहर में यूपी-112 के वाहन हूटर बजाते हुए गश्त पर निकल पड़े। देर रात तक दोनों उच्चाधिकारी भ्रमणशील रहे। रामजन्मभूमि परिसर में भी जाकर अधिकारियों ने सुरक्षा की समीक्षा कर सतर्क रहने की हिदायत दी। रेलवे सुरक्षा बल एवं रेलवे पुलिस ने संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चलाया।
अयोध्याधाम एवं कैंट जंक्शन पर थोड़ी-थोड़ी देर पर कई बार औचक चेकिंग की गई। स्टेशन परिसर के अतिरिक्त रेलवे ट्रैक और ट्रेनों को भी खंगाला गया। मंगलवार सुबह भी सतर्कता का यही आलम रहा। रेलवे स्टेशनों के अतिरिक्त बस स्टेशन परिसर व उसके बाहर चेकिंग की गई। बम निरोधक दल को लेकर भी पुलिस ने प्रमुख स्थानों एवं भीड़ की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर पड़ताल की। रेलवे स्टेशन पर की पार्किंगों पर जाकर भी वाहनों के बारे में जानकारी ली गई।
आरपीएफ ने ऐसे वाहन, जो काफी समय से खड़े हुए हों उनकी तत्काल सूचना देने का निर्देश स्टैंड संचालकों को दिया है। कचहरी के भी पांचों गेट पर अतिरिक्त सुरक्षा रही। द्वार पर वादकारियों के साथ अधिवक्ताओं को भी चेकिंग के बाद ही पुलिस ने परिसर में प्रवेश दिया। सुरक्षा को देखते हुए अधिवक्ता भी पुलिस के सहयोग में दिखे।
बस स्टेशन पर नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे
सिविल लाइन स्थित रोडवेज के अयोध्या डिपो परिसर में निगरानी काफी कमजोर है। यहां लगे सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। पुलिस ही यदा-कदा परिसर का भ्रमण कर निगरानी करती है। हाई अलर्ट घोषित होने के बाद से पुलिस लगातार बस स्टेशन परिसर पर नजर रखे हुए है।
क्षेत्रीय प्रबंधक विमल राजन ने बताया कि कैमरे पहले लगे थे। बंदरों ने क्षतिग्रस्त कर दिये हैं। अभी कोई सीसीटीवी कैमरा सक्रिय नहीं है। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के अंदर निगरानी के लिए, जहां बैग स्कैनर एवं सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, वहीं परिसर के बाहर स्थित वाहन पार्किंग में सीसीटीवी कैमरा नहीं है। रात होते ही पार्किंग अंधेरे में डूब जाती है।
पार्किंग संचालक की ओर से इसकी व्यवस्था नहीं की गई है। रेलवे सुरक्षा एजेंसियों की माने तो स्टेशन की बिल्डिंग व अन्य स्थानों पर लगे कैमरे से पार्किंंग की पूरी निगरानी होती है। इसके साथ ही समय-समय पार्किंग का औचक निरीक्षण भी किया जाता है। |
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