संवादसूत्र, कूरेभार(सुलतानपुर)। ढेसरुआ गांव निवासी मोची रामचेत का मंगलवार की सुबह बीमारी के चलते निधन हो गया। वह पिछले छह महीने से कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। रामचेत की पहचान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी मित्र के रूप में हो गई थी। उनके निधन पर सांसद राहुल गांधी ने मृतक के परिवारजन से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बीते वर्ष राहुल गांधी जब एक मुकदमे के सिलसिले में दीवानी न्यायालय आए थे, लौटते वक्त उनका काफिला नगर चौराहे पर रुका था। वहीं पर जूते-चप्पल की गुमटी चलाने वाले रामचेत से राहुल गांधी ने बातचीत की थी। राहुल ने न सिर्फ उनका हाल जाना, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति देख व्यवसाय के लिए आधुनिक सिलाई मशीन व कच्चा माल भी भिजवाया था। इसके बाद राहुल ने रामचेत को दिल्ली बुलाकर अपने परिवार से भी मिलवाया। जहां रामचेत ने अपने हाथों से बने जूते सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को भेंट किए थे। गांव में ही उनके शव का दफन किया गया।
प्रयागराज में चल रहा था इलाज
राहुल गांधी की मदद से प्रयागराज के कमला नेहरू हास्पिटल में चल रहा था, लेकिन मंगलवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। राहुल गांधी के निर्देश पर अमेठी कांग्रेस कार्यालय प्रभारी बृजेश तिवारी, जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा, नफीस पठान के पी दुबे ,धर्मराज मिश्रा सुरेंद्र मिश्रा सहित दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता ढेसरुआ गांव पहुंचे। प्रतिनिधि मंडल ने राहुल गांधी की ओर से आर्थिक सहायता परिजनों को सौंपी और हर परिस्थिति में साथ रहने का भरोसा दिया।
जताया शोक
स्व.रामचेत के पुत्र राघवराम ने बताया कि राहुल गांधी हमारे पिता के इलाज के लिए हर मदद में आगे रहे। आज भी उन्होंने फोन पर बात कर दुख साझा किया। जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने बताया कि राहुल गांधी जी ने अपने मित्र रामचेत के निधन पर गहरा दुख जताया है। |