संवाद सहयोगी, सैफई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई आर्यन यादव 25 नवंबर को विवाह के पवित्र बंधन में बंधने जा रहे हैं। समाजवादी परिवार के इस आयोजन को लेकर न सिर्फ इटावा, बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा है। विवाह समारोह सैफई स्थित पैतृक आवास पर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आर्यन यादव की शादी लद्दाख की सेरिंग से तय हुई है, जो वर्तमान में दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रही हैं। उनके पिता लद्दाख के प्रतिष्ठित कारोबारी और ठेकेदार हैं। आर्यन और सेरिंग की रिंग सेरेमनी 15 दिसंबर 2024 को दिल्ली में सम्पन्न हो चुकी थी। विवाह मार्च 2025 में होना प्रस्तावित था, लेकिन जनवरी में आर्यन के पिता राजपाल यादव के निधन के बाद कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। अब शुभ मुहूर्त के अनुसार विवाह तिथि 25 नवंबर निर्धारित की गई है।
आर्यन यादव की प्रारंभिक शिक्षा इटावा में हुई। इसके बाद उन्होंने कक्षा सात से बारह तक की पढ़ाई डीपीएस नोएडा से की। कुछ समय तक दिल्ली विश्वविद्यालय में बीकाम आनर्स में अध्ययन किया। उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड गए और कार्डिफ यूनिवर्सिटी से बीएससी इन बिजनेस की डिग्री प्राप्त की। वर्ष 2019 में यूनिवर्सिटी आफ सिडनी (आस्ट्रेलिया) से मास्टर आफ कामर्स की पढ़ाई पूरी की। यह वही विश्वविद्यालय है, जहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उच्च शिक्षा प्राप्त की थी।
आर्यन की मां प्रेमलता यादव इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं, जबकि बड़े भाई अंशुल यादव वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। यादव परिवार का सैफई सहित पूरे इटावा जनपद में व्यापक सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव है। परिवार की अगली पीढ़ी के इस विवाह को लेकर समाजवादी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में उत्साह है।
विवाह समारोह में समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता और परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मैनपुरी सांसद डिंपल यादव, सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य प्रो. रामगोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक शिवपाल सिंह यादव, बदायूं सांसद आदित्य यादव, आजमगढ़ सांसद धर्मेंद्र यादव, फिरोजाबाद सांसद अक्षय यादव, करहल विधायक तेज प्रताप यादव, सपा युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव अनुराग यादव सहित संगठन और परिवार से जुड़े प्रमुख लोग शामिल होंगे।
विवाह को लेकर तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। पैतृक आवास को सजाने-संवारने का काम जारी है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि यह विवाह सिर्फ एक पारिवारिक अवसर नहीं, बल्कि सैफई की संस्कार, सौहार्द और आत्मीयता से जुड़ी परंपरा का उत्सव है। |