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कुंभ राशि वालों को 2026 में साढ़ेसाती से मिलेगी मुक्ति? जानें शनिदेव की कृपा पाने के अचूक उपाय

deltin33 2025-11-11 18:40:41 views 84

  

शनिदेव को कैसे प्रसन्न करें?  



धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन शनिदेव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही शनिवार का व्रत भी रखा जाता है। शनिदेव की कृपा से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही करियर और कारोबार संबंधी परेशानी से भी मुक्ति मिलती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

ज्योतिषियों की मानें तो शनिदेव कर्म के अनुसार फल देते हैं। इसके लिए उन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता है। यह वरदान उन्हें भगवान शिव से प्राप्त हुआ है। अच्छे कर्म करने वाले को शनिदेव हमेशा शुभ फल देते हैं।

वर्तमान समय में शनिदेव मीन राशि में विराजमान हैं। इसके चलते 3 राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। हालांकि, कई जातकों के मन में यह सवाल है कि क्या साल 2026 में कुंभ राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
कुंभ राशि

  

न्याय के देवता शनिदेव कुंभ राशि के स्वामी हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। इस राशि के लिए शुभ रंग आसमानी है। वहीं, शुभ रत्न नीलम है। ज्योतिष कुंभ राशि के जातकों को नीलम धारण करने की सलाह देते हैं। भगवान शिव की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है। शनिदेव की कृपा से जातक को मनचाहा वरदान मिलता है।

शनि गोचर


न्याय के देवता एक राशि में ढाई साल तक रहते हैं। इसके बाद राशि परिवर्तन करते हैं। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही एक राशि के जातक को साढ़ेसाती और दो राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलती है।
कब करेंगे शनिदेव राशि परिवर्तन?

न्याय के देवता शनिदेव मीन राशि में 02 जून, 2027 तक रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 03 जून, 2027 को शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से कुंभ राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।
शनिदेव को कैसे प्रसन्न करें?

देवों के देव महादेव की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इसके लिए सोमवार और शनिवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करें। आप चाहे तो गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। रोजाना पूजा के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही सोमवार और शनिवार के दिन सफेद और काले चीजों का दान करें।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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