अब ईंधन मिलावट और तेल रिसाव से मिलेगी मुक्ति (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आईआईटी गुवाहाटी के शोधकर्ताओं ने एक अनोखी सामग्री तैयार की है, जो पेट्रोल में केरोसीन की मिलावट का पता लगा सकता है और साथ ही तेल रिसाव को भी साफ कर सकता है। यही नहीं, इसमें ये भी क्षमता है कि ये पानी में से तेल को सोख सकता है और उसे ठोस रूप में बदल सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
केमिकल इंजीनियरिंग नाम के प्रतिष्ठित जर्नल में इससे जुड़ा शोध प्रकाशित किया गया है। इसे प्रोफेसर गोपाल दास ने शोधार्थी रूबी मोरल और ओइयाओ अप्पुन पेगु के साथ मिलकर लिखा है। आइआइटी गुवाहाटी के रसायन विभाग के प्रोफेसर गोपाल दास ने बताया कि इस सामग्री से महासागरों में तेल रिसाव से पर्यावरण को होनेवाले बड़े खतरों को बचाया जा सकेगा।
क्या आया रिपोर्ट में
इससे सामुद्रिक जीवों, तटीय इलाकों और लोगों के जीवनयापन पर गंभीर खतरा पैदा होने से रोका जा सकेगा। गौरतलब है कि आयल टैंकर स्पिल स्टैटिस्टिक्स 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में दुनियाभर के महासागरों में 10 हजार टन तेल का रिसाव हुआ। तेल बहुत तेजी से फैलता है, जिससे इसे साफ करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
इसके लिए रासायनिक अवशोषक या तेल को जलाने जैसे कदम प्रदूषण बढ़ाते हैं। आइआइटी गुवाहाटी की रिसर्च टीम ने फेज सेलेक्टिव आर्गनोजीलेटर (पीएसओजी) मालीक्यूल तैयार किया है, जो सुरक्षित सामग्रियों का विशेष वर्ग है। इसमें तेल को सोखने की अद्भुत क्षमता है।
इसके लिए इसमें सेल्फ असेंबली प्रक्रिया होती है, जैसे साबुन के मालीक्यूल पानी में संगठित हो जाते हैं, बिल्कुल उसी तरह ये सामग्री भी काम करती है। एक बार जब ये सामग्री तेल को सोख लेती है जो ये सेमी-सॉलिड जेल का रूप ले लेती है।
इस जेल को आसानी से हटाया जा सकता है और पानी जस का तस बना रह सकता है। प्रोफेसर गोपाल दास ने बताया कि इस सामग्री से ईंधन में मिलावट को भी आसानी से पकड़ा जा सकता है। पेट्रोल में केरोसीन मिला हो तो ये सामग्री तुरंत मिलावट को पकड़ सकती है।
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