पीयू बचाओ मोर्चा के सदस्य रविवार रात को ही घेराव की तैयारियों में जुटे रहे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) की सीनेट चुनाव को लेकर विवाद आज निर्णायक मोड़ पर पहुंचने की उम्मीद है। किसान, शिक्षक, छात्र और मजदूर संगठनों ने सोमवार को पीयू के घेराव का एलान किया है। संगठनों का कहना है कि जब तक सीनेट चुनाव की अधिसूचना औपचारिक रूप से जारी नहीं होती, वे पीछे नहीं हटेंगे। पीयू प्रशासन की शांति अपील के बावजूद संगठन अपने प्रदर्शन पर अड़े हुए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पीयू बचाओ मोर्चा, पंजाब किसान यूनियन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, पीयूटीएफ और कई छात्र संगठनों ने शनिवार देर शाम बैठक कर अंतिम रणनीति तय की। उन्होंने दावा किया कि पूरे पंजाब के जिलों से वाहन भरकर समर्थक चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। प्रदर्शन सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर शुरू होगा। संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने उन्हें रोका, तो चंडीगढ़ बंद किया जाएगा।
संगठनों की चेतावनी के बाद पुलिस व्यापक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं। सभी बार्डर एरिया पर नाके लगाए गए हैं और 1500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस ने किसी भी संगठन को प्रदर्शन की औपचारिक अनुमति नहीं दी है। सोमवार को पीयू के अंदर सभी दुकानें भी बंद रखी जाएंगी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शहर में किसी भी तरह की अराजकता की स्थिति नहीं बनने दी जाएगी। एसएसपी ने बताया कि स्थिति पर सतर्क निगरानी रखी जा रही है और सभी प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है।
पीयू प्रशासन ने शुरू की औपचारिक चुनाव प्रक्रिया
पीयू प्रशासन ने शनिवार देर शाम साफ किया है कि सीनेट चुनाव प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है। पीयू ने चुनाव का विस्तृत कार्यक्रम तैयार कर चांसलर एवं भारत के उपराष्ट्रपति को स्वीकृति के लिए भेज दिया है। कुलपति प्रोफेसर रेणु विग ने छात्रों से अपील की है कि वे विरोध कार्यक्रम स्थगित करें और विश्वविद्यालय के शैक्षणिक माहौल को सामान्य बनाए रखें।
पूरा दिन जारी रहा बैठकों का दौर
रविवार को एक तरफ डीन स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) और वार्डनों ने विभिन्न छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों से बैठक की। डीएसडब्ल्यू ने बताया कि चुनाव कार्यक्रम की मंजूरी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि पहले जो देरी हुई, वह सीनेट सुधार प्रक्रिया पर विचार-विमर्श के कारण थी। वहीं, दूसरी ओर विभिन्न संगठन पूरा दिन घेराव को लेकर रणनीति तैयार की। इस दौरान प्रतिनिधियों को अलग-अलग कार्यों के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ पीयू बचाओ मोर्चा के सदस्यों का कहना है कि वे परिसर में अनुशासन और शांति बनाए रखेंगे, लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे। |