प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी में प्रदूषण के खिलाफ अब लोग भी सड़क पर उतरने लगे हैं। रविवार को इंडिया गेट पर एकजुट होकर लोगों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने इंडिया गेट की सुरक्षा बढ़ा दी थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कर्तव्य पथ पर्यटकों के लिए पूरी तरह से बंद करने के साथ पुलिस बल के साथ अर्ध सैनिक बल के जवानों को भी तैनात कर दिया गया था। मान सिंह रोड जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने पहुंचकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू किया तो पुलिस ने अनुमति न होने की बात कहते हुए प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। थाने में ले जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जो आंकड़े दिखाए जा रहे हैं, प्रदूषण उससे ज्यादा है। ऐसे में दिल्ली सरकार और अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को बंद कराने में लगे है। दिल्ली वासी केवल अपना सांस लेने का अधिकार मांग रहे हैं। दीपावली के बाद से दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है।
ऐसे में दिल्लीसियों का सांस लेना दूभर हो गया है, बावजूद इसके सरकार न तो लाकडाउन, न शटडाउन और न ही वर्क फ्राम होम जैसा कोई आदेश लागू नहीं कर रही है। केवल क्लाउड सीडिंग और ध्यान भटकाने वाली बातें सुनने को मिल रही हैं। यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है।
\“बेशक सांस नहीं मगर लड़ने का साहस सही\“, \“प्रदूषण से मचा है हाहाकार- निदान करो सरकार\“, \“बच्चे, बूढ़े और जवां सबको चाहिए साफ हवा...\“ इन नारों की तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने लोगों को जहरीली हवा में रहने के लिए छोड़ दिया है।
सरकार की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को स्वच्छ हवा और पानी दे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, रविवार सुबह शहर में वायु गुणवत्ता \“बेहद खराब\“ श्रेणी में रही। मुहिम से जुड़े सौरव ने बताया कि हैशटैग \“हेल्पअसब्रीद\“ के साथ ये विरोध आगे बढ़ा रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन \“वारियर माम्स\“ और \“माइ राइट टू ब्रीद\“ जैसे नागरिक समूहों के बैनर तले प्रदूषित हवा के खिलाफ किया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन और मुहिम का उद्देश्य साफ हवा की मांग है। इस प्रदर्शन का आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी समर्थन किया है। |