हेमकुंड साहिब यात्रा पर गए यात्रियों को पुलिस व एसडीआरएफ की टीम द्वारा सकुशल वापस लाते। साभार सरदार सेवा सिंह  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, गोपेश्वर। चमोली जिले में चोटियों पर जारी बर्फबारी और जीएसआइ के भारी भूस्खलन के अलर्ट को देखते हुए मंगलवार को हेमकुंड साहिब व फूलों की घाटी की यात्रा के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में आवाजाही स्थगित रही। संतोपथ, फूलों की घाटी, हेमकुंड सहित उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जाने के लिए 1500 से अधिक लोग विभिन्न स्थानों पर इंतजार करते रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
दिनभर पुलिस, प्रशासन, आपदा प्रबंधन की टीम सतर्क रही। भूस्खलन जोनों में पुलिस की देखरेख में वाहनों की आवाजाही कराई गई। लोगों ने भी नदी-नालों के किनारे जाने से परहेज किया। हालांकि, घांघरिया स्थित बेस कैंप से तड़के चार बजे हेमकुंड साहिब के लिए 30 से अधिक तीर्थयात्री रवाना हो गए थे, जो भारी बर्फबारी में फंस गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम उन्हें सुरक्षित घांघरिया वापस लाई।  
 
  
 
पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात का सिलसिला शुरू होने से यात्रा का रोमांच बढ़ गया है, लेकिन कहीं-कहीं हालात विकट भी हो गए हैं। इस बीच सोमवार को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआइ) ने मंगलवार के लिए गढ़वाल मंडल के तीन जिलों टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली में भारी भूस्खलन की चेतावनी जारी कर दी।  
 
इसके दृष्टिगत चमोली जिले में प्रशासन सुबह होते ही अलर्ट मोड पर आ गया और हेमकुंड साहिब व फूलों की घाटी की यात्रा के साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में आवाजाही पर रोक का आदेश जारी कर दिया, लेकिन तब तक घांघरिया से यात्रियों का एक दल हेमकुंड के लिए रवाना हो चुका था, जो कुछ दूर जाकर बर्फबारी में फंस गया। उसे सुरक्षित वापस लाने के लिए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।  
 
  
 
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के सीईओ सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 10 अक्टूबर को बंद होने हैं। इसके लिए जत्थों का पहुंचना जारी है। गोविंदघाट व घांघरिया में लगभग एक हजार तीर्थयात्री हेमकुंड जाने के लिए इंतजार कर रहे हैं।  
 
इनमें 500 से अधिक तीर्थयात्री मंगलवार को पहुंचे हैं। बुधवार को तीर्थ यात्रियों को हेमकुंड भेजा जाएगा। फूलों की घाटी जाने के लिए घांघरिया में 35 से अधिक पर्यटक भी मौजूद थे, जिन्हें रोका गया है।  
 
  
 
रुद्रप्रयाग में भी हाई अलर्ट पर रहे विभाग  
 
जीएसआइ की ओर से भूस्खलन की चेतावनी के दृष्टिगत मंगलवार को रुद्रप्रयाग जिले में आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभाग हाई अलर्ट पर रहे। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि तहसील से लेकर ग्राम स्तर तक सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस, प्रशासन और राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगातार निगरानी में जुटे रहे। हालांकि, इस दौरान किसी प्रकार की हानि नहीं हुई। |