एफएसडीए की प्रयोगशालाओं में दवाओं की जांच की बढ़ेगी क्षमता।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की प्रयोगशालाओं में दवाओं और खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच की क्षमता बढ़ाई जाएगी। अभी छह प्रयोगशालाओं में दवाओं के 12 हजार नमूने प्रति वर्ष जांचने की क्षमता है। इसे बढ़ा कर 54 हजार करने की तैयारी है। लखनऊ, आगरा, झांसी, गोरखपुर की प्रयोगशालाओं में आधुनिक मशीनें लगाकर क्षमता बढ़ाई जा चुकी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके अलावा 10 नई प्रयोगशालाएं शुरू करने की तैयारी है। इससे दवाओं के साथ ही खाद्य पदार्थों की जांच की क्षमता भी 36 हजार नमूनों से बढ़कर 1.08 लाख प्रतिवर्ष हो जाएगी।
प्रदेश में वर्तमान में लखनऊ में राजकीय खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला है। वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर, झांसी और आगरा में क्षेत्रीय खाद्य एवं औषधि प्रयोगशालाएं हैं। इनमें से लखनऊ, गोरखपुर, झांसी और आगरा को उच्चीकृत किया गया है, लेकिन कुछ ऐसे उपकरण हैं जो सिर्फ लखनऊ की प्रयोगशाला में ही हैं। इसलिए यहां दवा के नमूनों की जांच का दबाव ज्यादा है।
अलीगढ़, सहारनपुर, कानपुर, अयोध्या में बनी चार नई क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं में खाद्य और औषधि जांच की सुविधा शुरू हो गई है। मीरजापुर, चित्रकूट, गोंडा, बस्ती, मुरादाबाद, प्रयागराज में प्रयोगशालाओं के भवन तैयार हैं। इनके लिए उपकरणों की खरीद हो चुकी है। जरूरी फर्नीचर की खरीद प्रक्रिया जारी है।
इसके अलावा आजमगढ़ और बांदा की क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं का भवन तैयार है। इसे जल्द ही विभाग को सौंप दिया जाएगा। इन प्रयोगशालाओं के शुरू होने से प्रदेश में एक राजकीय व 17 क्षेत्रीय खाद्य एवं औषधि प्रयोगशालाओं में मिलावटी खाद्य पदार्थों और दवाओं की जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी।
एफएसडीए के अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में 10 प्रयोगशालाओं में क्षमता से अधिक कार्य हो रहा है। सभी प्रयोगशालाएं शुरू होने से जांच रिपोर्ट जल्दी आएगी, इससे गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में भी तेजी आएगी। |