जागरण संवाददाता, एटा। जनपद में हरे-भरे पेड़ों का कटान जारी है। विभागीय अधिकारी इस पर कार्रवाई नहीं कर रहे। जीटी रोड स्थित जल प्रयोगशाला परिसर में नीम, आम और यूकेलिप्टस जैसे हरे पेड़ों को काटा जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अब तक आधा दर्जन से अधिक हरे पेड़ धराशायी किए जा चुके हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नगर पालिका क्षेत्र जीटी रोड स्थित जवाहर लाल नेहरू पीजी कालेज के पास जल निगम के बने परिसर में हरे पेड़ों को काटा गया है। इस परिसर में नगर पालिका की ओर से निर्माण कार्य कराया जा रहा है, इसको लेकर ही पेड़ों का काट दिया गया। लोगों का कहना है कि यह कार्य पूरी तरह से गैरकानूनी है, क्योंकि न तो कोई अनुमति ली गई है और न ही इस कटान की सूचना संबंधित विभाग को दी गई।
पेड़ों की सुरक्षा की हो रही अनदेखी
मौके पर मौजूद ठेकेदार का दावा है कि नगर पालिका द्वारा परिसर में लाइब्रेरी खोलने के लिए पेड़ों की कटाई के आदेश दिए गए थे। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किसके संरक्षण में हरियाली की हत्या की जा रही है और कौन कार्रवाई करेगा? जब खुद सरकारी परिसरों में पेड़ों की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है, तो पर्यावरण संरक्षण के संदेश कितने सार्थक रह जाते हैं? यह घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है बल्कि यह भी दिखाती है कि पेड़ों के प्रति संवेदनशीलता केवल कागजों तक सीमित रह गई है।
डीएफओ सुंद्रेशा ने बताया कि पेड़ काटने की कोई सूचना नहीं दी गई है। आज शनिवार को ही अन्य माध्यमों से पेड़ काटे जाने की सूचना मिली है। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को जांच कर विधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो सके। |