युवती को किया गिरफ्तार (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, ग्वालियर। मप्र के ग्वालियर शहर के पाश इलाके सिटी सेंटर में एक बांग्लादेशी युवती पकड़ी गई है। वह यहां गोविंदपुरी पुलिस चौकी से करीब 400 मीटर दूर ही किराये के फ्लैट में रहती मिली। उसके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज मिले हैं। युवती के मोबाइल में कई संदिग्ध नंबर और चैट रिकार्ड भी मिले हैं। जिनकी जांच की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुखबिर से मिली थी सूचना
बता दें कि बांग्लादेशी नागरिकों को ढूंढने का अभियान प्रदेश पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है। इन्हें डिपोर्ट किया जाना है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गोविंदपुरी इलाके में एक युवती किराये के फ्लैट में रह रही है, जो बांग्लादेश से आई है। फ्लैट में युवती एक स्थानीय युवक के साथ मिली। इन्हें हिरासत में लिया गया। जब युवती से उसके पहचान-पत्र व अन्य दस्तावेज मांगे गए तो वह नहीं दिखा सकी।
आठ माह से रह रही थी
कमरे की तलाशी में उसके बांग्लादेशी होने के सबूत मिले। इसके बाद उसे थाने ले जाया गया। यहां उससे पूछताछ चल रही है। युवती ने पुलिस को बताया कि वह करीब आठ माह से यहां रह रही थी। वह ढाका की रहने वाली है। ढाका से कोलकाता पहुंची थी। इसके बाद दिल्ली गई। फिर ग्वालियर आ गई। पुलिस को आशंका है कि वह फर्जी पासपोर्ट व अन्य फर्जी दस्तावेजों के जरिये भारत आई है। इस संबंध में पूछताछ चल रही है। उसके पुरुष मित्र को भी हिरासत में ले लिया गया है।
ढाका के अनीस शेख की मदद से भारत आई
एएसपी विदिता डागर ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि वह ढाका के एक दलाल अनीस शेख के जरिए यहां आई है। वहां उसे देह व्यापार के धंधे में धकेला गया। इसके बाद भारत भेज दिया गया। ग्वालियर में वह राजेंद्र के संपर्क में थी। यहां भी अनैतिक कामों में लिप्त थी।
और भी युवतियों के होने की आशंका
पूछताछ में पुलिस को युवती ने बताया कि उसके जैसी और भी युवतियों को देह व्यापार के लिए यहां लाया गया है। यह अलग-अलग शहरों में हैं। इससे पहले शहर के महाराजपुरा में एक बांग्लादेशी परिवार मिला था जो, अभी डिंटेशन सेंटर में है।
इससे पहले महाराजपुरा इलाके में बांग्लादेशी परिवार मिला था। इस परिवार के लिए पुलिस लाइन में ही डिंटेशन सेंटर बनाया गया है। |