राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फर्जी डिग्री बांटे जाने के मामले मेें हापुड़ की मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा की बेनामी संपत्तियों को लेकर भी अपनी जांच तेज की है। ईडी ने गुरुवार को मोनाड यूनिवर्सिटी व उन्नाव स्थित सरस्वती मेडिकल कालेज समेत 16 ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का डाटा खंगालना शुरू कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
छानबीन में महाराष्ट्र के कई कालेजों में भी फर्जी डिग्री सप्लाई किए जाने की बात भी सामने आई है। ईडी उनके कालेजों को चिन्हित करने का प्रयास कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि ईडी विजेंद्र हुड्डा व सरस्वती मेडिकल कालेज संचालकों के बीच व्यवसायिक समझाैतों को लेकर भी छानबीन कर रहा है।
ईडी को संदेह है कि विजेंद्र हुड्डा ने अपनी काली कमाई को अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में भी निवेश की है। उसकी कई बेनामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने लाखों रुपये में बीए, एमए, बीएड, एलएलबी, फार्मासिस्ट, बीटेक व अन्य व्यवसायिक कोर्स की फर्जी डिग्री बेचे जाने के मामले में 18 मई को मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरमैन चौधरी विजेंद्र सिंह उर्फ विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
मोनाड यूनिवर्सिटी परिसर से 1372 फर्जी डिग्री व मार्कशीट भी बरामद की गई थीं। गिरोह का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा व महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में फैला रहा है। पूरे मामले में मोनाड यूनिवर्सिटी के कई अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका भी जांच के घेरे में है। ईडी संदेह के घेरे में आए कुछ लोगों को जल्द पूछताछ के लिए भी तलब कर सकता है। |