गुरुवार को पटना के दानापुर में एक मतदान केंद्र पर वोट डालने के लिए कतार में खड़े मतदाता। (जागरण)
जागरण संवाददाता, पटना। जिले की मतपेटियों ने इस बार एक स्पष्ट संदेश दिया है कि लोकतंत्र की जड़ें अब गांवों में और गहराई तक उतर चुकी हैं। विधानसभा चुनाव 2025 में सभी चार शहरी क्षेत्र व दानापुर में जहां मतदान प्रतिशत पांच प्रतिशत तक बढ़ा वहीं नौ ग्रामीण सीटों पर मतदाताओं ने रिकॉर्ड उत्साह दिखाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शहरी इलाकों में सघन जागरूकता अभियानों के बावजूद मतदाता उदासीन ही रहे। बिक्रम, मसौढ़ी,फुलवारी, मनेर, फतुहा जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान, ग्रामीण चेतना के उत्थान की कहानी खुद कह रहा है।
जिले की 14 विधानसभा सीटों पर प्रथम चरण में गुरुवार को मतदान हुआ। अंतिम समय शाम छह बजे सिर्फ 4,577 बूथों पर ही मतदान प्रक्रिया पूरी हो सकी थी।
जिले का औसत मतदान प्रतिशत 58.12 रहा, जो 2020 के विधानसभा चुनाव के 51.12 प्रतिशत से सात प्रतिशत अधिक है। इस समय तक 1,100 बूथों पर हुए मतदान का डाटा अपलोड नहीं हो सका था।
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि 11 सौ ईवीएम का डाटा अपलोड होने के बाद जिले का मतदान प्रतिशत 59 या 60 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है, जो कि गत वर्ष से करीब 8-9 प्रतिशत अधिक होगा।
सबसे अधिक बिक्रम में 69.09 प्रतिशत तो सबसे कम 39.57 प्रतिशत मतदान कुम्हरार में हुआ है। एसएसपी ने बताया कि जिले के सभी 5677 बूथों पर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में हुई।
एकाद जगह छोटे-मोटे विवाद के मामले सामने आए लेकिन कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है। इस बार ईवीएम में दो-तीन जगह खराबी के मामले सामने आए, जिन्हें तुरंत बदल दिया गया और इससे मतदान बहुत ज्यादा समय तक बाधित नहीं हुआ।
डीएम ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों, प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों और द्विस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में सभी पोल्ड ईवीएम को एएन कॉलेज स्थित वज्रगृह में सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है।
- 14 विधानसभा सीटों पर 149 प्रत्याशी
- 4830135 मतदाता
- 2547931 पुरुष मतदाता
- 2282047 महिला मतदाता
|