शांतिपूर्ण रहा पहले चरण का मतदान, 1415 लोगों पर हुई कार्रवाई (ANI)
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्र में 45 हजार 324 मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, मतदान के दौरान देर शाम तक 1415 व्यक्तियों के विरुद्ध गिरफ्तारी या निरोधात्मक कार्रवाई की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस दौरान 16 वाहन और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से कोई उल्लेखनीय घटना नहीं हुई। छिटपुट घटनाओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। इंटरनेट मीडिया की भी लगातार मानीटरिंग की जाती रही।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, पहले चरण के मतदान के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 1500 कंपनी केंद्रीय बलों प्रतिनियुक्ति की गई थी। इसके अतिरिक्त 50 कंपनी बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल और 45 हजार से अधिक जिला बल के पदाधिकारी व कर्मी लगाए गए थे। मतदाताओं को कतारबद्ध करानेकके लिए 22 हजार होमगार्ड, 19, 817 प्रशिक्षु सिपाही और 3671 चौकीदार व दफादार की प्रतिनियुक्ति भी की गई थी। सभी बूथों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था भी थी।
पड़ोसी राज्यों की सीमाएं रहीं सील:
राज्य से लगने वाले झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश के साथ नेपाल की सीमा पर 459 चेकपोस्ट स्थापित की गई थी। मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व से ही पड़ोसी राज्यों की सीमा को सील कर दिया गया था। चुनाव को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त अस्थायी चेकपोस्ट भी बनाकर जांच की गई।
नदियों, दियारा क्षेत्राें, पहाड़ी इलाकों और पूर्व में नक्सल प्रभावित इलाकों में अत्याधुनिक हथियार, बोट, घुड़सवार दस्ता, ड्रोन, सेटेलाइट फोन, श्वान दस्ता, बम डिस्पोजल और अन्य संसाधनों के साथ सुरक्षा बल को लगाया गया था। आपातकालीन सेवा के लिए डायल-112 के वाहनों को भी जगह-जगह तैनात रखा गया था।
अब तक तीन लाख लीटर शराब, 7.35 करोड़ नकद बरामद:
आचार संहिता लगने के बाद से अब तक बिहार पुलिस समेत विभिन्न राज्य व केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई में तीन लाख चार हजार लीटर शराब, 19 करोड़ के मादक पदार्थ, सवा चार करोड़ की बहुमूल्य धातु एवं अन्य सामान और सात करोड़ 35 लाख रुपये नकद राशि बरामद की जा चुकी है।
बिहार पुलिस ने चुनाव को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों को चिह्नित करते हुए चार लाख आठ हजार 459 लोगों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की है।
इनमें 53 हजार से अधिक लोगों के विरुद्ध कमजोर वर्ग के मतदाताओं को डराने-धमकाने की संभावना के आधार पर कार्रवाई की गई है। एक हजार से अधिक सक्रिय अपराधियों के विरुद्ध सीसीए के तहत जिला बदर की कार्रवाई भी की गई है।
आदर्श आचार संहिता के 428 मामले दर्ज:
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, छह अक्टूबर से अभी तक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 428 मामले दर्ज किए गए हैं। इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक खबरें और अफवाहों फैलाने वालों पर नजर रखने के लिए मुख्यालय स्तर पर सोशल मीडिया मानीटरिंग सेल बनाकर कार्रवाई की जा रही है। चुनाव के दौरान बिहार पुलिस के स्तर से मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाया गया जिसका रीच करीब 32 लाख रहा।
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