मोहम्मद रफी का गाया ये गाना 64 साल बाद भी है अमर/ फोटो- X Account
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। मोहम्मद रफी हिंदी सिनेमा के एक ऐसे सिंगर थे, जो अपने गानों से आज भी फैंस के दिलो में जिंदा हैं। जो वर्सेटैलिटी उनके गानों में थी, वह अब बहुत ही कम बॉलीवुड में देखने को मिलती हो। पार्टी सॉन्ग हो या रोमांटिक गाने, कव्वाली हो या गजल, उन्होंने हर गाने में अपनी आवाज का ऐसा जादू छोड़ा कि हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मोहम्मद रफी के गानों की सबसे बड़ी खासियत ये है कि उन्होंने हर सिचुएशन के लिए गाने गाए। आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको उनके एक ऐसे ही गाने के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 64 साल के बाद भी अमर है। अगर आपकी गर्लफ्रेंड आपसे रूठ गई है और आप उन्हें मनाना चाहते हैं, तो हम आपको उसके लिए एक ऐसा गाना बता रहे हैं, जिसको सुनकर वह तुरंत ही मान जाएगी।
मोहम्मद रफी का ये गाना आज भी है पॉपुलर
मोहम्मद रफी के जिस गाने की बात हम कर रहे हैं, वह शम्मी कपूर और दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो पर फिल्म \“जंगली\“ में फिल्माया गया है। 1961 में आई ये फिल्म वैसे तो एक कॉमेडी फिल्म थी, जिसका निर्देशन सुबोध मुखर्जी ने किया था। मूवी के सभी गाने सुपरहिट हुए थे, लेकिन \“या हू चाहे कोई मुझे जंगली कहे\“ के अलावा जिस गाने ने लोगों को पूरी तरह से इमोशनल कर दिया था वह था \“एहसान तेरा होगा मुझपर\“ है।
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गाने में शम्मी कपूर रोती और रूठी हुईं सायरा बानो से अपने दिल की बात व्यक्त करते हैं। इस गाने के लिरिक्स हैं, एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है मुझे पलकों की छांव में रहने दो.. एहसान तेरा होगा मुझ पर\“। 64 साल बाद ये गाना अमर हो चुका है, क्योंकि इसे YOUTUBE पर इतने सालों बाद भी 14 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले हैं। इस गाने के लिरिक्स बहुत ही प्यार भरे हैं।
हेरा फेरी करके शम्मी कपूर को मिला था ये गाना
इस गाने के पीछे एक मजेदार किस्सा भी है। इस गाने को राज कपूर की संगीत से भरे पार्टी माहौल में पहली बार सुनाया गया था। दरअसल, राज कपूर की \“संगम\“ और \“जंगली\“ को बनाने की प्लानिंग एक साथ ही शुरू हुई थी। संगीत प्रेमी राज कपूर ने हसरत से दोनों गानों के लिरिक्स बताने के लिए कहा। उन्होंने पहला गाना \“ये मेरा प्रेम पत्र\“ सुनाया, लेकिन तब तक राज कपूर पूरी तरह से शराब के नशे में डूब चुके थें।
तभी शम्मी कपूर ने उनसे \“एहसान तेरा होगा मुझपर\“ सुनाने को कहा, जैसे ही हसरत ने लिरिक्स पढ़े, तो उन्हें ये गाना पसंद आ गया। जिसकी वजह से उन्हें ये डर सताने लगा कि कहीं राज कपूर इस गाने को अपनी फिल्म \“संगम\“ में न ले ले। उन्होंने हसरत से कहा कि वह ये गाना राज कपूर को न सुनाए। इस तरह से संगम के लिए \“ये मेरा प्रेम पत्र\“ फाइनल हुआ और ये गाना शम्मी कपूर को फिल्म \“जंगली\“ में मिल गया।
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