मतदान के बाद अंगुली पर लगी स्याही दिखातीं महिला मतदाता। जागरण
अक्षय पांडेय, पटना। Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025 Phase 1 Voting: नाखूनों पर गुलाबी, लाल, हरा और पीला रंग भरने वाली आधी आबादी नीली स्याही से साझेदारी कर चहक रही थी।
गुरुवार को अंगुली का शृंगार कुछ अलग था। तर्जनी ऐसी सजी थी, जैसे छठ पर सिर से माथा छूते हुए सिंदूर उतरता हो। शहर तो वैसे भी पर्व पर जल्दी जागता है।
दीवाली के दीयों समान चुप्पे मतदाता कही जाने वाली महिलाओं की कतार राजधानी में लोकतंत्र के उत्सव को प्रकाशवान कर रही थी, तो होली के रंगों की तरह उत्सव में हर उम्र घुली थी।
लोकतंत्र के उल्लास का जुनून ऐसा था कि राजधानी की सड़कें सन्नाटा ओढ़े थीं। बूथ शहर के हुजूम को गले लगाए था। सुबह वोटिंग शुरू हुई, तो महिलाएं मत देने को अधिक उत्साहित दिखीं।
आधी आबादी पूरी जिम्मेदारी से सरकार चुनने को पहुंचने लगी। कोई खुद से आया। किसी को बेटी लेकर पहुंची, तो कुछ आगे-आगे थीं, पीछे बेटा व्हीलचेयर का सहारा देकर अंगुलियां चमकाने ले आया।
पटना वीमेंस कालेज, संत जेवियर कालेज, बांकीपुर हाई स्कूल, पाटलिपुत्र गोलंबर, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय बोरिंग रोड और राजीव नगर इत्यादि इलाकों के बूथों की ओर कदम बढ़ने लगे।
प्रतीक्षा थी, कब आएगा मत का दिन
राजकीय कन्या उच्च विद्यालय बोरिंग रोड पर मतदान करने के बाद जेडी वीमेंस कालेज की छात्रा राशि कुमारी ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ हम मतदान की तिथि की प्रतीक्षा कर रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हम अपनी जिम्मेदारी निभाने पहुंचे हैं। हमेशा कुछ बेहतर की उम्मीद रहती है। नौकरी और छात्रवृत्ति मिली है। मुझे लगता है कि सबको एक समान आरक्षण के दायरे में लाना चाहिए।
युवा नहीं रंगते अंगुली, ये है पाप
77 वर्षीय वृंदा सिंह व्हीलचेयर पर बेटे के सहारे पटना वीमेंस कालेज में मताधिकार करने पहुंची। उन्होंने युवाओं के मत के कम प्रयोग करने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह तो पाप है।
युवाओं से अपील की कि लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़ कर भाग लें और अपने मतों से सरकार चुनने में भागीदार बनें। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार आए, बुजुर्गों का ख्याल रखे।
रील से निकल सरकार चुनने का भागीदार बनें युवा
पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने वाली स्वाति प्रिया ने कहा कि युवा केवल नेताओं की रील देखकर इंटरनेट पर प्रतिक्रिया देने मात्र में सिमट गए हैं। सरकार चुनेंगे तो, अच्छा-बुरा कहने का हक रहेगा।
स्वाति का मानना है कि परिवर्तन आना चाहिए। नए विचार आएंगे, तो विकास की धारा बहेगी। हाल के दिनों में काम तो हुआ है, सरकार किसी की भी आए, विकास की लंबी लकीर खींचनी होगी।
आधी आबादी है अधिक सक्रिय
दीघा निवासी विभा लाल ने कहा कि ये पुराने विचार हैं कि महिलाएं मत के अधिकार का प्रयोग कम करती हैं। अब आधा आबादी की लोकतंत्र में पूरी भूमिका दिखती है।
महिलाओं को अपने क्षेत्र के प्रत्याशियों और और मुद्दों की जानकारी रहती है। वे पुरुषों से चर्चा करती हैं। मैं और मेरे कालोनी की सभी महिलाएं योजना बनाकर अंगुली पर स्याही लगाने निकलीं।
बिहार के वोटर ज्यादा उत्साहित
लोकसभा सदस्य रविशंकर प्रसाद की पत्नी ने कहा कि बिहार के वोटर अधिक उत्साहित हैं। राजनीति के क्षेत्र में प्रदेश के लोगों की जागरूकता अधिक है।
महिलाओं के साथ युवा मताधिकार के प्रयोग को लेकर सक्रिय हैं। लोग तत्कालीन सरकार के कार्यों से खुश हैंं। जागरूक लोग अपने लिए बेहतर का ही चुनाव करेंगे। |