जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) प्रशासन ने आखिरकार छात्रों के विरोध और कानूनी चुनौती के बाद विवादित हलफनामा (एफिडेविट) को वापस लेने का फैसला किया है। यह वही हलफनामा था जिसमें छात्रों से उनके आचरण और विरोध के तरीके को लेकर शपथ पत्र देने की मांग की गई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह निर्णय यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया। प्रशासन ने घोषणा की है कि यह हलफनामा पूरी तरह से तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाएगा और आगामी सुनवाई में इसकी जानकारी माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को दी जाएगी।
यह मामला पूर्व पीयूसीएससी उपाध्यक्ष अरचित गर्ग द्वारा दाखिल याचिका के बाद उठा था। उन्होंने अदालत में दलील दी थी कि यह हलफनामा संविधान के अनुच्छेद 19(1)(a) और 19(1)(b) के तहत प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का उल्लंघन है। |