प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। पहले चरण के मतदान में 57 सीटों पर जदयू के प्रत्याशी हैं। इन 57 सीटों में 23 सीटें इस श्रेणी की हैं जहां पिछली बार यानी 2020 के चुनाव में जदयू के प्रत्याशी की जीत हुई थी। जदयू की चुनौती फिर से इन सीटों को हासिल करने की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इन सीटों को फिर से हासिल करने का लक्ष्य
जदयू को जिन 23 सीटों को फिर से हासिल करने की चुनौती है उनमें कई सीटें ऐसी हैं जिस पर लंबी अविध से जदयू का कब्जा रहा है। इनमें सबसे पहला नंबर आलमनगर की सीट का है। जदयू प्रत्याशी के रूप में नरेंद्र नारायण यादव वहां से लगातार जीतते रहे हैं।
बिहारीगंज की सीट भी इसी श्रेणी में है। जदयू ने अपने सीटिंग विधायक को फिर वहां से प्रत्याशी बनाया हुआ है। सोनबरसा (सुरक्षित) से रत्नेश सदा को भी कई बार से सफलता मिल रही। उन्हें मंत्री भी बनाया गया।
महिषी, कुशेश्वरस्थान, बहादुरपुर, सकरा, कुचायकोट, भोरे, वैशाली, कल्याणपुर, वारिसनगर, सरायरंजन, बेलदौर, बरबीघा, अस्थावां, राजगीर, हिलसा, नालंदा व हरनौत की सीट काे फिर से हासिल करने का जदयू का लक्ष्य है।
इन सीटों में कुछ सीटें ऐसी है जहां से जदयू ने अपने प्रत्याशी बदले भी हैं। वहीं, बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से पिछली बार लोजपा की टिकट पर जीते प्रत्याशी बीच में ही जदयू पार्टी में शामिल हो गए थे। जदयू फिर से हासिल करने वाली सीटाें के लक्ष्य में मटिहानी को भी शामिल किया हुआ है।
जिन सीटों को फिर से हासिल करने की चुनौती है उसमें मंत्री विजय चौधरी, मदन सहनी व सुनील कुमार की भी सीट है। इस तरह बरौली सीट पर पहली बार जदयू के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसी श्रेणी में रघुनाथपुर की सीट भी है।
2020 के चुनाव में इन सीटों पर दूसरे स्थान पर थे जदयू प्रत्याशी
पहले चरण में जिन विधानसभा क्षेत्रों में छह नवंबर को मतदान होना है उनमें 29 सीटें ऐसी हैं जहां 2020 के चुनाव में जदयू दूसरे नंबर पर था। इन सीटों पर जदयू ने फिर से जोर लगाया हुआ है।
इनमें सिंहेश्वर, मधेपुरा, दरभंगा ग्रामीण, गायघाट, मीनापुर, कांटी, हथुआ, जीरादेई, महाराजगंज, एकमा, परसा, राजापाकर, महनार, समस्तीपुर, मोरवा, विभूतिपुर, हसनपुर, चेरिया बरियारपुर, अलौली, खगड़िया, जमालपुर, सूर्यगढ़ा, शेखपुरा, इस्लामपुर, मोकामा, फुलवाराशरीफ, मसौढ़ी, संदेश, डुमरांव व राजपुर की सीट है।
इनमें कई सीटों पर जदयू ने अपने प्रत्याशी को बदला है और कुछ जगहों पर ऐसे नए प्रत्याशी दिए हैं जिनके लिए यह पहला चुनाव है। कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जो दूसरे दल को छोड़कर आए और जदयू के प्रत्याशी बन गए। |