जागरण संवाददाता, मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र हित को प्राथमिकता देते हुए एक बार फिर सख्त कदम उठाया है। लगातार मिल रही शिकायतों और कार्यों में हो रही देरी के बाद विश्वविद्यालय ने 22 कर्मचारियों के पटल परिवर्तन के आदेश जारी किए हैं। यह कार्रवाई छात्र नेता विनीत चपराना की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
छात्र नेता ने आरटीआइ को आधार बनाकर राजभवन में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद अब सीसीएसयू ने संज्ञान लेकर कर्मचारियों के पटल बदले हैं। विश्वविद्यालय में लंबे समय से यह शिकायत थी कि कई कर्मचारी सालों से एक ही पटल पर जमे हुए थे, जिसके चलते वे मनमानी कर रहे थे। इसका सीधा असर छात्रों के कार्यों पर पड़ रहा था, जिससे उनके काम समय पर पूरे नहीं हो पा रहे थे और उन्हें अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ रही थी।
छात्रों की लगातार शिकायत को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने गत 27 मार्च को 117 कर्मचारियों के पटल में बड़ा फेरबदल किया था। उस समय यह माना जा रहा था कि बाकी कर्मचारियों के पटल परिवर्तन भी जल्द ही किए जाएंगे। इसके लिए फाइल भी तैयार हो गई थी, लेकिन कुछ कारणों से यह बदलाव टल गया था। अब, छात्रों की समस्या को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस दिशा में दोबारा सक्रियता दिखाई है। साथ ही 22 और कर्मचारियों के पटल परिवर्तन कर पारदर्शिता लाने और कार्य में सुधार लाने का प्रयास किया है। |