पहली बार निवेश करने वालों के लिए म्युचुअल फंड्स बेस्ट तरीका हो सकता है।  
 
  
 
नई दिल्ली| Gold Silver Investment: अगर आप पहली बार निवेश करने जा रहे हैं और सोना-चांदी में दांव लगाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड्स इसका स्मार्ट और सुरक्षित तरीका साबित हो सकते हैं। हाल ही में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी इन धातुओं में तेजी से बढ़ी है। हालांकि, त्योहारी सीजन के निकलते ही सोना-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट भी देखी गई। अब सवाल यह है कि आखिर कैसे गोल्ड-सिल्वर म्यूचुअल फंड आपको मालामाल बना सकता है? विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
1. जोखिम कम करने का रामबाण तरीका  
 
पहली बार निवेश करने वाले खुदरा निवेशक, जो सोना और चांदी दोनों में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें गोल्ड और सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड्स (FoFs) पर विचार करना चाहिए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह तरीका निवेशकों को जोखिम कम करने में मदद करता है।  
2. धीरे-धीरे निवेश करना का फॉर्मूला  
 
पिछले एक साल में सोना 68% और चांदी 82% चढ़ी है। वित्तीय सलाहकारों का मानना है कि निवेशकों को इन कीमती धातुओं में एकमुश्त निवेश करने के बजाय धीरे-धीरे (staggered) निवेश करना चाहिए। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि कुल पोर्टफोलियो का 5-10% हिस्सा सोना-चांदी में लगाएं और कम से कम पांच साल का दृष्टिकोण रखें।  
3. कीमती धातुओं का फायदा  
 
गोल्ड और सिल्वर जैसी धातुएं नुकसान के दौर में सुरक्षा प्रदान करती हैं और अक्सर बाजार के कमजोर पड़ने पर बेहतर रिटर्न देती हैं। जहां सोना स्थिरता और सुरक्षा देता है, वहीं चांदी इंडस्ट्रियल या रिफ्लेशनरी रैलियों में बेहतर प्रदर्शन करती है। हालांकि दोनों में निवेश का सही समय तय करना मुश्किल होता है।  
4. कॉम्बो फंड का फायदा  
 
मोतीलाल ओसवाल, मिराए (Mirae), एडिलवाइस और कोटक जैसी कंपनियां गोल्ड-सिल्वर कॉम्बो फंड पेश कर रही हैं। इनमें  
  
 - मोतीलाल ओसवाल का एक्सपोजर 70% गोल्ड, 30% सिल्वर, 
 
  - मिराए का 55% सिल्वर, 45% गोल्ड, 
 
  - जबकि एडिलवाइस का 50:50 रेशियो फिक्स है। 
 
    
5. निवेशकों को लेकर एक्सपर्ट्स की राय  
 
सेज कैपिटल के फाउंडर निखिल गुप्ता कहते हैं कि रिटेल निवेशकों के लिए तय करना मुश्किल होता है कि कब और कितना निवेश करें। ऐसे फंड में यह जिम्मेदारी फंड मैनेजर पर होती है, जो बेहतर जानकारी के आधार पर निर्णय लेता है। साथ ही, यह टैक्स के लिहाज से भी लाभदायक होता है।  
6. लंबी अवधि के हिसाब से करें निवेश  
 
मिराए म्यूचुअल फंड के हेड (ETF प्रोडक्ट्स) सिद्धार्थ श्रीवास्तव के अनुसार, तेज बढ़त के बाद कीमतों में थोड़ी स्थिरता आ सकती है। लंबी अवधि के निवेशक अपने पोर्टफोलियो का 10-15% हिस्सा गोल्ड-सिल्वर में रखें और SIP के जरिए धीरे-धीरे निवेश करें।  
टॉप-10 गोल्ड ईटीएफ, जिन्होंने बना दिया मालामाल  
| क्रम | ईटीएफ (ETF) | सब सेक्टर | मार्केट कैप | वर्तमान कीमत | 1 महीने में रिटर्न (%) | 6 महीने में रिटर्न (%) | 1 साल में रिटर्न (%) |  | 1 | Nippon India ETF Gold BeES | गोल्ड | 12,138.84 | 105.69 | 13.96 | 30.37 | 60.65 |  | 2 | SBI Gold ETF | गोल्ड | 6,255.48 | 108.89 | 14.3 | 30.49 | 60.77 |  | 3 | Kotak Gold Etf | गोल्ड | 4,679.76 | 106.68 | 14.49 | 30.75 | 61.29 |  | 4 | HDFC Gold Exchange Traded Fund | गोल्ड | 4,506.84 | 109.14 | 14.3 | 30.88 | 61.12 |  | 5 | ICICI Prudential Gold ETF | गोल्ड | 4,483.23 | 109.17 | 14.55 | 30.52 | 60.97 |  | 6 | UTI Gold Exchange Traded Fund | गोल्ड | 1,552.11 | 107.35 | 18.1 | 31.07 | 61.79 |  | 7 | Aditya BSL Gold ETF | गोल्ड | 833.69 | 112.05 | 16.19 | 29.45 | 60.95 |  | 8 | Axis Gold ETF | गोल्ड | 755.93 | 106.54 | 15.94 | 30.09 | 61.13 |  | 9 | DSP Gold ETF | गोल्ड | 406.64 | 122.54 | 13.88 | 29.53 | 59.18 |  | 10 | Quantum Gold Fund | गोल्ड | 307.85 | 106.07 | 14.05 | 31.13 | 61.82 |  
  |