deltin33 • 2025-10-17 18:42:59 • views 786
एनडीए की सीटों पर इस बार सात पूर्व सांसद भी मैदान में
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। एनडीए की सीटों पर इस बार सात पूर्व सांसद भी मैदान में हैं। इनमें तो कई ऐसे हैं जिन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। बिहार में पहली बार यह दृश्य दिख रहा जब आधा दर्जन से अधिक सांसद चुनाव मैदान में हैं। चुनाव लड़ रहे पूर्व सांसदों को उन विधानसभा क्षेत्र से एनडीए ने अपना प्रत्याशी बनाया है जो एक समय उनके लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा रहा है। लोकसभा चुनाव के समय संबंधित विधानसभा क्षेत्र में उनकी सक्रियता रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जदयू ने जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से अपने पूर्व सांसद चंद्रेश्वर चंद्रवंशी को टिकट दिया है। जहानाबाद से वह 2019 में जदयू की टिकट पर सांसद बने। वर्ष 2024 के चुनाव में जदयू ने पुन: उन्हें जहानाबाद से प्रत्याशी बनाया पर वह चुनाव हार गए। महाूबली सिंह 2019 में जदयू की टिकट पर काराकाट से सांसद बने। इस बार जदयू ने उन्हें काराकाट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में उतारा है।
वहीं कदवा से दुलालचंद गोस्वामी को जदयू ने विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। दुलालचंद गोस्वामी 2019 में जदयू की टिकट पर कटिहार से सांसद बने थे। गोपाल मंडल की जगह जदयू ने बुलो मंडल को गोपालपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2014 में बुलो मंडल राजद की टिकट पर भागलपुर से सांसद बने थे।
वहीं 2019 में उन्हें जदयू प्रत्याशी अजय मंडल ने लोकसभा चुनाव में पराजित कर दिया था। समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू ने अश्वमेघ देवी को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह उजियारपुर से सांसद रह चुकी हैं।
भाजपा में भी दो ऐसे प्रत्याशी हैं जो पूर्व में सांसद रह चुके हैं। सुनील कुमार पिंटू ने 2019 का लोकसभा चुनाव जदयू की टिकट पर सीतामढ़ी से जीता था। इस बार वह भाजपा की टिकट पर सीतामढ़ी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी हैं। भाजपा में दूसरा नाम पाटलिपुत्र लोकसभा से 2019 में जीते व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव का नाम है। वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव वह पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से हार गए।
इस बार भाजपा ने उन्हें दानापुर विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। यह विधानसभा क्षेत्र पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में ही शामिल है। |
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