जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जिले में टिकट बंटने और कटने को लेकर विरोध का स्वर नहीं थम रहा है। भाजपा में यह कुछ अधिक ही है। गुरुवार को एनडीए प्रत्याशियों की नामांकन सभा में मुजफ्फरपुर क्लब आए उत्तर पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद को भी विरोध का सामना करना पड़ा।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
वह जैसे ही भाषण देने के लिए माइक पकड़ी लोगों ने औराई से उम्मीदवार वापस लेने का नारा लगाना शुरू कर दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष पूर्वी विवेक कुमार ने शांत कराने का प्रयास किया, इसके बाद भी वे नहीं माने।   
दूसरा रास्ता भी अपनाना होगा  
 
मनोज तिवारी ने भी कहा कि विरोध मर्यादा में होनी चाहिए। सभा को डिस्टर्ब करना चाहेंगे तो दूसरा रास्ता भी अपनाना होगा। इसके बावजूद मंच के नीचे से आवाज आती रही। अंत में उन्होंने कहा कि आपकी बात जहां पहुंचनी चाहिए वहां पहुंच गई है। इसके बाद लोग शांत हुए। इसके बाद मनोज तिवारी ने लोगों को गीत सुनाए।   
 
साथ ही कहा कि वर्षों बाद बिहार संवरा है। इसे एकजुट होकर संवारे रखना है। मंच से उतरने के बाद वापसी के समय भी अंत में लोगों ने नारेबाजी कर उन्हें घेर लिया। हालांकि, देर रात पटना में रामसूरत राय के तेवर नरम दिखाए दिए।   
अशोक कुमार सिंह ने बागी तेवर अपनाया  
 
गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि एक भाई की चीज दूसरे भाई को दी गई है। हालांकि विरोध की बात अब भी कही। दूसरी ओर पारू से चार बार भाजपा विधायक रहे अशोक कुमार सिंह ने बागी तेवर अपना लिया है। वह शुक्रवार को निर्दलीय नामांकन करेंगे। इसकी घोषणा समर्थकों के साथ बैठक के बाद की। |