जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: विधानसभा चुनाव में आइएनडीआइए के सीटों का बंटवारा हो गया है। सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों को सिंबल थमाना शुरू कर चुके हैं, लेकिन आइएनडीआइए की फाइनल सूची में इस बार जिले की किसी भी सीट पर भाकपा माले का कोटा नहीं गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
पिछले विधानसभा चुनाव में भाकपा माले ने औराई सीट से अफताब आलम को प्रत्याशी बनाया था। इस बार पार्टी ने गायघाट और औराई दोनों सीटों पर दावेदारी की थी और इसके लिए वहां संगठन भी मजबूत किया गया था।  
 
हालांकि, पहले पार्टी अपने बलबूते पर बोचहां, गायघाट और शहरी सीट से चुनाव लड़ती रही है। वर्ष 2020 के चुनाव के बाद पार्टी आइएनडीआइए में शामिल हुई थी और उस समय गायघाट सीट उसके खाते में आई थी।  
 
भाकपा माले के जिला सचिव कृष्णमोहन ने बताया कि बिहार में पार्टी को गठबंधन में कुल 18 सीटें मिली हैं, जबकि दो सीटों पर अभी भी दावेदारी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जो सूची जारी हुई है, उसमें जिले की कोई भी सीट भाकपा माले के खाते में नहीं है।  
 
राज्य स्तर पर दो सीटों जिनमें एक औराई भी शामिल है। इसपर पार्टी ने दावा किया है। उन्होंने कहा कि थोड़े इंतजार के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। कृष्णमोहन ने कहा कि चाहे जिले में सीट मिले या नहीं, पार्टी का संकल्प स्पष्ट हैं कि भाजपा-जदयू गठबंधन को बिहार से हटाना।  
 
उन्होंने बताया कि पार्टी का संगठन जिले में काफी मजबूत है और आइएनडीआइए के जिन उम्मीदवारों को टिकट मिलेगा, उनके पक्ष में पूरी ताकत से कैंपेनिंग की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि के बाद आइएनडीआइए के सभी घटक दलों की समन्वय बैठक भी होगी।  
1985 से लगातार चुनावी मैदान में भाकपा माले  
 
जिले में भाकपा माले 1980 के दशक से लगातार चुनाव लड़ती रही है। जिला सचिव ने बताया कि शुरू में पार्टी आईपीएफ (इंडियन पीपुल्स फ्रंट) के बैनर तले चुनाव लड़ती थी, बाद में इसका नाम बदलकर भाकपा माले रखा गया। गायघाट, बोचहां, शहरी, मीनापुर, पारू और साहेबगंज सीटों पर पार्टी पूर्व में चुनाव लड़ चुकी है। इस बार अगर हिस्सेदारी मिली तो औराई सीट पर लड़ेगी। |