भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या ने सोमवार को लंदन में होने वाली सुनवाई से पहले ब्रिटेन के दिवालियापन आदेश को रद करने के अपने आवेदन को वापस ले लिया।
इसका मतलब है कि दिवाला व्यक्तियों के मामले की सुनवाई करने वाला \“ट्रस्टी इन बैंकरप्सी\“ एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह को 69 वर्षीय माल्या की अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर लगभग 1.05 अरब पाउंड के अनुमानित कर्ज के भुगतान में मदद करने के लिए संपत्तियों की तलाश जारी रख सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कानूनी टीम ने दायर किया था नोटिस
माल्या की कानूनी टीम ने पिछले सप्ताह आवेदन को वापस लेने का नोटिस दायर किया था। उसके बाद आवेदन पर सुनवाई के निर्देश निर्धारित करने के लिए हाई कोर्ट में जारी सुनवाई रद कर दी गई थी।
भारत में वांछित है विजय माल्या
बैंकों का प्रतिनिधित्व करने वाली ब्रिटेन की विधि कंपनी टीएलटी एलएलपी ने बयान में कहा कि विजय माल्या के मामले में \“ट्रस्टी इन बैंकरप्सी\“ अब किसी भी बाधा के बिना, उनकी दिवालिया स्थिति के तहत आने वाली संपत्तियों की जांच और उसे जारी करने का अपना काम जारी रख सकेंगे। माल्या धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में भारत में वांछित है।
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