बंबा की खंदी कटने से फसलें हुईं जलमग्न।
संवाद सहयोगी जागरण, सकीट। क्षेत्र में बंबा की खंदी कटने से करीब सौ बीघा से अधिक किसानों की फसल जलमग्न हो गई। इस घटना से सकीट, नोरंगाबाद एवं नगला मनीराम के किसानों की खेती बुरी तरह प्रभावित हुई है। पीड़ित किसानों ने बताया कि शुक्रवार रात तक सब कुछ सामान्य था, लेकिन शनिवार सुबह जब वे खेतों पर पहुंचे तो चारों ओर पानी भरा मिला। बंबा की खंदी कटी हुई थी, जिससे तेज गति से पानी खेतों में फैल रहा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सिंचाई विभाग की लापरवाही से बंबा की खंदी कटने का आरोप
किसानों ने पानी रोकने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में आपसी चंदा एकत्र कर जेसीबी मंगाई गई, कड़ी मशक्कत के बाद खंदी को रोका जा सका। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते खंदी नहीं रुकती तो और अधिक फसल नष्ट हो सकती थी। तब तक सरसों, गेहूं और लहसुन की करीब सौ बीघा से अधिक फसल जलमग्न हो चुकी थी। फसलों में चारों ओर पानी भर जाने से किसानों को भारी नुकसान की आशंका है।
किसानों की फसलों को लेकर बढ़ी हुई हैं चिंताएं
किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण बंबा की खंदी कटी, जिससे रातोंरात सैकड़ों बीघा खेती प्रभावित हो गई। सुबह खेतों पर पहुंचने पर जब किसानों ने खंदी कटी देखी तो अफरातफरी मच गई। जलमग्न खेतों में गेहूं, सरसों और लहसुन की फसल को भारी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। फसल नष्ट होने से किसानों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। किसानों ने प्रशासन से क्षति का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की मांग की है। |