प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। पंजाबी बाग इलाके में घर 40 लाख रुपये की चोरी की गुत्थी को दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है। महज 15 दिन पहले काम पर रखे गए एक घरेलू सहायक ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। पश्चिम जिला पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर चोरी की अधिकांश राशि बरामद कर ली है।
डीसीपी डी शरद भास्कर के अनुसार, 29 नवंबर को पंजाबी बाग थाने में 40 लाख रुपयों की चोरी की शिकायत दर्ज हुई थी। जांच में सामने आया कि शिकायतकर्ता ने अपने बीमार पिता की देखभाल के लिए ध्रुव नाम के युवक को नौकरी पर रखा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विश्वास का उठाया फायदा
ध्रुव ने घर के विश्वास का फायदा उठाते हुए अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई और वारदात के बाद फरार हो गया। एसीपी पंजाबी बाग, शिवम और इंस्पेक्टर संजय दहिया के नेतृत्व में गठित टीम ने जब घटनास्थल के सीसीटीवी खंगाले, तो शुरू में आरोपी ध्रुव घर से खाली हाथ निकलता दिखा।
लेकिन जब इलाके के अन्य कैमरों की बारीकी से जांच की गई, तो ध्रुव अपने दो साथियों, जतिन और शिवम के साथ नजर आया। इसमें शिवम के पास एक काले रंग का बैग देखा गया, जिसमें चोरी की रकम होने का शक गहरा गया।
वारदात के बाद तीनों आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए थे। पुलिस ने जब सीडीआर का तकनीकी विश्लेषण और सोशल मीडिया गतिविधियों पर नजर रखी, तो उनकी लोकेशन पहले जम्मू-कश्मीर में मिली। पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण ध्रुव और जतिन ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
चोरी के पैसों से महंगे जूते और कपड़े खरीदते थे आरोपी
हालांकि, मुख्य रकम तीसरे आरोपी शिवम के पास थी। पुलिस ने उस ट्रैवल एजेंसी का पता लगाया जिससे शिवम ने कैब बुक की थी। कैब ड्राइवर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने हिमाचल प्रदेश के एक होटल में छापा मारकर शिवम को धर दबोचा। पुलिस ने शिवम के पास से चुराई हुई राम में से 36,05,000 की नकदी बरामद की है।
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने चोरी के पैसों से महंगे ब्रांडेड जूते और कपड़े भी खरीदे थे, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है। गिरफ्तार तीनों आरोपी ध्रुव, जतिन और शिवम सुल्तानपुरी इलाके के रहने वाले हैं और उनकी उम्र महज 20 वर्ष है। पुलिस अब बाकी बची रकम की बरामदगी के लिए जांच कर रही है। |