अचानक धराशायी हुई पुराने मकान की छत, एक युवक की मौत।  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, अयोध्या। पुराने भवन की छत के साथ अधिकांश हिस्सा धराशायी हो गया। मकान ढहने की आवाज इतनी तेज थी कि जैसे हो कोई विस्फोट हुआ हो। आवाज सुन कर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए।  
 
इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि भवन स्वामी सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घटना तेंदुआमाफी में जानाबाजार रोड की है। हालांकि पुलिस ने प्रारंभिक जांच में मकान के धराशायी होने में विस्फोट की आशंका से इंकार किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
 
मुख्य अग्निशमन अधिकारी एमपी सिंह के अनुसार विस्फोट के साक्ष्य नहीं मिले हैं। मकान पुराना होने के कारण उसकी छत अचानक ढह गई, जिससे तेज आवाज हुई।  
 
तेंदुआमाफी निवासी विवेकानंद पांडेय का मकान कोतवाली से चंद कदम की दूरी पर है। रविवार दोपहर अचानक उनके मकान की पुरानी छत ढह गई, जिससे तेज आवाज हुई। ऐसा लगा जैसे विस्फोट हुआ हो। मकान का मलबा सड़क और आसपास के मकानों तक पहुंच गया।  
 
घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। प्रभारी निरीक्षक लालचंद सरोज पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। घटना के समय में छत के नीचे बैठे भवन स्वामी विवेकानंद, धेनुआवां निवासी नगर पंचायत के आउटसोर्स कर्मी विजय यादव व शोरपुर पारा निवासी श्रवण यादव मलबे के नीचे दब गए।  
 
  
 
मलबा हटा कर पुलिसकर्मियों ने तीनों को बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां श्रवण यादव का निधन हो गया। घायल विजय यादव और विवेकानंद को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल विजय यादव नगर पंचायत बीकापुर में लिपिक के पद पर तैनात हैं तथा विवेकानंद पांडेय बीकापुर तहसील में एक लेखपाल के मुंशी हैं। घटना के बाद अग्निशमन की टीम भी मौके पर पहुंची।  
 
जेसीबी से मलबे को हटाया गया। करीब एक घंटे तक जांच पड़ताल के दौरान सड़क के दोनों तरफ आवागमन बंद रहा। मुख्य अग्निशमन अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर पड़ताल की। सीओ पीयूष ने बताया कि मकान काफी जर्जर है। मलबा हटाने के दौरान कोई विस्फोटक अथवा गैस सिलेंडर नहीं मिला है। आशंका है कि मकान जर्जर होने से यह हादसा हुआ है, जिससे तेज आवाज हुई। |