जागरण संवाददाता, आगरा। एसएन मेडिकल कालेज में कैंसर, हार्ट अटैक, गुर्दा और लिवर की बीमारियों से पीड़ित जिन मरीजों पर आयुष्मान कार्ड नहीं है, वे गृहस्थ राशन कार्ड होने पर भी निश्शुल्क इलाज करा सकते हैं। असाध्य रोग निधि से चार करोड़ का बजट मिला था। एसएन प्रशासन ने शासन से अतिरिक्त दो करोड़ के बजट की मांग की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एसएन मेडिकल कालेज की सुपरस्पेशियलिटी विंग में हृदय रोगियों की एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी की जा रही है। इसके साथ ही गुर्दा रोगियों की डायलिसिस और लिवर के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वहीं, कैंसर मरीजों की अत्याधुनिक मशीन से रेडियोथेरेपी हो रही है।
हार्ट अटैक के मरीज में एक स्टेंट डालने पर 80 हजार रुपये का खर्चा आता है। रेडियोथेरोपी का पैकेज 10 से 20 हजार रुपये है। एसएन के प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि असाध्य रोग निधि से कैंसर, हृदय, गुर्दा और लिवर के मरीजों का निश्शुल्क इलाज किया जा रहा है। इसके लिए चार करोड़ का बजट मिला था, अक्टूबर तक तीन करोड़ इस्तेमाल हो चुका है। अभी नवंबर और दिसंबर के बिल पास होने हैं, जनवरी से मार्च तक के लिए दो करोड़ रुपये का बजट मांगा गया है।
ऐसे लें सुविधा का लाभ
कैंसर, हृदय, गुर्दा और लिवर की बीमारी से पीड़ित मरीज पर गृहस्थ राशन कार्ड है, तो वे असाध्य रोग निधि से निश्शुल्क इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। भर्ती होने पर नर्सिंग स्टाफ को राशन कार्ड होने की जानकारी दे दें। प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में असाध्य रोग निधि का लाभ लेने के लिए फार्म भरवाया जाता है। टीम द्वारा राशन कार्ड की जांच करने के बाद असाध्य रोग निधि से इलाज की अनुमति देती है, इसके बाद निश्शुल्क इलाज किया जाता है। मरीज को दवाएं भी नहीं खरीदनी होती हैं।
आयुष्मान कार्ड धारकों का भी निश्शुल्क इलाज
एसएन में भर्ती होने वाले आयुष्मान कार्ड धारकों को सभी बीमारियों के लिए निश्शुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है। मरीज के भर्ती होने पर आयुष्मान कार्ड के साथ ही आधार कार्ड की प्रति जमा कराई जाती है, इसका आनलाइन सत्यापन किया जाता है। इसके बाद मरीज का निश्शुल्क इलाज किया जा रहा है। |