सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, भागलपुर। मध्याह्न भोजन (एमडीएम) योजना के तहत लाभान्वित बच्चों की संख्या ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर समय पर दर्ज नहीं करने के मामले में शिक्षा विभाग की सख्ती का असर अब भी पूरी तरह नजर नहीं आ रहा है।
कार्रवाई के बावजूद कई विद्यालयों की लापरवाही बरकरार है, जिसे विभाग ने गंभीरता से लिया है। बुधवार को 121 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई के बाद भी लगातार दूसरे दिन गुरुवार, 18 दिसंबर को जिले के 50 स्कूलों ने ससमय एमडीएम रिपोर्ट अपडेट नहीं की। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने संबंधित विद्यालयों को फिर से शोकाज नोटिस जारी किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (एमडीएम) ने स्पष्ट किया है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, ऐसे विद्यालयों की परिवर्तन मूल्य की राशि काटते हुए एमआईएस पोर्टल पर प्रतिवेदन अपलोड किया जाएगा।
रिपोर्ट नहीं देने वाले विद्यालयों में सन्हौला के चार, जगदीशपुर के तीन, सुल्तानगंज के सात, नगर निगम क्षेत्र का एक, गोपालपुर का एक, कहलगांव के आठ, सबौर के चार, नारायणपुर का एक, गोराडीह के दो, बिहपुर के चार, इस्माइलपुर के तीन, खरीक का एक, नाथनगर के तीन और शाहकुंड के आठ विद्यालय शामिल हैं।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि एमडीएम से संबंधित आंकड़ों का समय पर अपलोड होना अनिवार्य है, क्योंकि इसी के आधार पर बच्चों की संख्या का आकलन, खाद्यान्न आवंटन और भुगतान की प्रक्रिया तय होती है।
बार-बार निर्देश के बावजूद रिपोर्ट नहीं देने वाले विद्यालयों के रवैये को गंभीरता से लिया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने सभी प्रधानाध्यापकों को चेतावनी दी है कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी।
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