हेमंत सोरेन ने की बैठक। (जागरण)
राज्य ब्यूरो, जागरण, रांची। पांच से 11 दिसंबर तक चलने वाले झारखंड विधानसभा के षष्ठम विधानसभा के चतुर्थ (शीतकालीन) सत्र से पहले सत्तारूढ़ गठबंधन (झामुमो-कांग्रेस-राजद) ने पूरी तैयारी कर ली है।
रांची के डॉ. श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान (एटीआई) में गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई रणनीतिक बैठक में मंत्रियों व विधायकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सदन में हर सवाल का तथ्यपूर्ण, सटीक और सकारात्मक जवाब दिया जाए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बैठक में कहा कि विपक्ष सरकार को कई मोर्चों पर घेरने की पूरी तैयारी में है, इसलिए सरकार की नीतियों, योजनाओं और उपलब्धियों का दमदार जवाब जरूरी है।
उन्होंने मंत्रियों को सुझाव दिया कि विभागीय आंकड़ों और तथ्यों की पूरी पड़ताल कर सदन में आएं। कोई भी मंत्री अस्पष्ट या अधूरी जानकारी न दे। सदन की कार्यवाही बिना व्यवधान के सुचारू रूप से चले, यह सरकार की प्राथमिकता है।
सत्तापक्ष का बढ़ा मनोबल
बैठक में मौजूद वरिष्ठ मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों की घटनाएं सत्तापक्ष के लिए संजीवनी बनी हैं। घाटशिला उपचुनाव में मिली अभूतपूर्व जीत, सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर 9,000 से अधिक नियुक्ति पत्रों का वितरण और जेएसएसी सीजीएल परीक्षा परिणाम जारी करने के हाईकोर्ट के आदेश ने गठबंधन का मनोबल आसमान पर पहुंचा दिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि सत्तापक्ष उत्साह और ठोस तैयारी के साथ सदन में डटकर मुकाबला करेगा।
फ्लोर मैनेजमेंट पर खास जोर
झामुमो के मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो ने बताया कि सत्तापक्ष ने सत्र के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। विपक्ष के हर सवाल का सकारात्मक और तथ्यपरक जवाब दिया जाएगा।
हमारी कोशिश रहेगी कि सदन सुचारू रूप से चले और जन सरोकार के मुद्दों पर गंभीर चर्चा हो। उन्होंने उम्मीद जताई कि विपक्ष भी रचनात्मक भूमिका निभाएगा। झारखंड कांग्रेस प्रभारी के. राजू ने बैठक को बेहद सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि गठबंधन पूरी एकजुटता के साथ सदन में उतरेगा।
सरकार की उपलब्धियों को दमदार तरीके से रखा जाएगा। केंद्र सरकार के प्रति झारखंड के बकाया कोयला रॉयल्टी, सरायकेला-खरसावां इस्पात क्लस्टर सहित तमाम मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा। हाल में सरकार पर हुए हमलों का भी मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। |