जागरण संवाददाता, लखनऊ। लखनऊ में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। धूप खिलने के बावजूद हवा में ठंडक लगातार बढ़ रही है और लोगों को सुबह-शाम की ठिठुरन का साफ अहसास हो रहा है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार अगले 24 से 48 घंटे बेहद अहम होंगे, क्योंकि इस अवधि में पारा और गिरने की पूरी संभावना है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने बताया कि पछुआ हवाओं की सक्रियता के चलते तापमान में यह गिरावट दर्ज की जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद उत्तर-पश्चिम से आ रही बर्फीली हवाएं मैदानों तक पहुंच रही हैं, जिससे लखनऊ समेत आसपास के जिलों में ठंड बढ़ रही है।
अतुल कुमार सिंह के मुताबिक यह ठंडक बहुत लंबी नहीं चलेगी। दो से तीन दिनों में मौसम स्थिर होने की संभावना है और तापमान में बड़े उतार-चढ़ाव की स्थिति नहीं बनेगी। हालांकि, सुबह और देर रात की सर्दी फिलहाल लोगों को परेशान करती रहेगी। शहर में जैसे ही शाम ढलती है, लोग घरों की ओर लौटने लगते हैं। बाजारों में भी रात के समय भीड़ कम हो रही है। चाय-नाश्ते की दुकानों पर जरूर भीड़ बढ़ गई है, जहां लोग अलाव जैसी गर्माहट पाने के लिए जुट रहे हैं।
कोहरे की बात करें तो फिलहाल घने कोहरे का खतरा नहीं है, लेकिन हवा में नमी बढ़ने के कारण दृश्यता पर हल्का असर पड़ सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 5 से 6 दिनों में हल्का से मध्यम कोहरा छा सकता है। मैदानी इलाकों में कोहरा हल्का, जबकि तराई के जिलों में मध्यम स्तर का कोहरा देखने को मिल सकता है। इससे सड़क और रेल यातायात पर भी मामूली असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
सुबह की शुरुआत अब ठंडी हवाओं के साथ हो रही है। कई इलाकों में लोग अलाव का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं। आफिस जाने वाले लोग भी मोटे कपड़ों में लिपटकर निकल रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को लेकर घरों में सतर्कता बढ़ गई है। डाक्टरों का कहना है कि मौसम के ऐसे बदलते तेवर में सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। कुल मिलाकर, लखनऊ इस समय सर्द हवाओं की गिरफ्त में है और अगले दो दिनों में ठंड का असर और गहरा होने वाला है। |