उत्तरी बाईपास।
जागरण संवाददाता, आगरा। सात माह के लंबे इंतजार के बाद उत्तरी बाईपास दिसंबर के दूसरे सप्ताह में चालू होगा। बाईपास के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने का कार्य चालू हो गया है। यह कार्य दो सप्ताह में पूरा हो जाएगा। बाईपास नेशनल हाईवे-19 स्थित रैपुरा जाट को मिडावली हाथरस रोड से जोड़ रहा है। 400 करोड़ रुपये से 14 किमी लंबा बाईपास बना है। बाईपास चालू होने से खंदौली पहुंचने में 20 मिनट का समय लगेगा। सिकंदरा चौराहा पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नेशनल हाईवे-19 स्थित रैपुरा जाट को मिडावली हाथरस रोड से जोड़ रहा
- 10 साल पूर्व उत्तरी बाईपास के निर्माण का प्रस्ताव तैयार हुआ था।
- सर्वे के एक माह के बाद प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
- सिकंदरा चौराहा पर जाम की समस्या बढ़ने पर वर्ष 2019 में फिर से सर्वे शुरू हुआ।
- वर्ष 2021 में टेंडर हुआ और 2022 में 14 किमी लंबे बाईपास का निर्माण चालू हुआ था।
- यह कार्य 31 मार्च 2025 तक पूरा होना था।
- कार्य की गति धीमी होने पर दो बार समय सीमा को बढ़ा दिया गया।
- सबसे बड़ी समस्या दो हाईटेंशन लाइन की कम ऊंचाई के चलते आ गई।
- मई तक निर्माण पूरा होने के बाद भी बाईपास चालू नहीं हुआ।
खंदौली पहुंचने में लगेंगे 20 मिनट, सिकंदरा चौराहा पर वाहनों का दबाव होगा कम
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बिजली विभाग को छह पत्र लिखे। एक हाईटेंशन लाइन को साढ़े तीन माह पूर्व शिफ्ट किया गया। अब दूसरी लाइन को शिफ्ट किया जा रहा है। इस लाइन से मथुरा रिफाइनरी को बिजली की आपूर्ति होती है। एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक उत्तरी बाईपास चालू होगा। |