बरेली जंक्शन पर खड़े
जागरण संवाददाता, बरेली। जंक्शन पर पार्किंग के लिए 48 लाख का ठेका होने के बावजूद प्रतिबंधित एरिया में टैंपो, ई-रिक्शा और प्राइवेट बसों के बेतरतीब खड़े रहने से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसे लेकर नरमू के पदाधिकारियों ने भी मोर्चा खोला है। जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद अब रेलवे प्रशासन ने भी सख्ती शुरू कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कोई भी वाहन जंक्शन के अनाधिकृत एरिया में न घुसने पाए, इसके लिए सोमवार को अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। इस दौरान 10 उन टैंपो चालकों को पकड़ा गया, जो जंक्शन के प्रतिबंधित एरिया में सवारियां भर रहे थे। उनके चालान काट गए। इसके अलावा रेलवे मंडल मुख्यालय को यह प्रस्ताव भेजा है कि परिसर में तीन फीट चौड़ा एक और लंबा डिवाइडर बनाया जाए, ताकि बड़े वाहन वहां एंट्री कर सके।
लखनऊ-दिल्ली के बीच महत्वपूर्ण जंक्शन होने की वजह से यहां हर दिन करीब 110 ट्रेनों से 30 से 35 हजार तक यात्रियों का आवागमन रहता है। इतनी बड़ी तादाद में यात्रियों की आवाजाही से यहां अक्सर काफी भीड़ रहती है। रेलवे प्रशासन ने यह व्यवस्था की है कि यहां कोई भी वाहन बेतरतीब तरीके से न खड़ा हो, इसके लिए पार्किंग के लिए तीन साल का कांट्रेक्ट भी है।
स्टेशन के पार्किंग में वाहन काफी कम ही खड़े नजर आते हैं, जबकि इसके अलावा टैंपो-ई-रिक्शा वालों के साथ ही आंवला की ओर से आने वाली तमाम बसें भी बेधड़क यहां से सवारियां भरती-उतारती रहतीं हैं। ऐसे में यहां आने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। नरमू ने भी यह दिक्कत जीआरपी, आरपीएफ, पुलिस के अधिकारियों से भी की कि रेलकर्मियों और उनके घरवालों के लिए भी टैंपो-ई-रिक्शा वालों की मनमानी सिरदर्दी बनी हुई।
यह खबर प्रकाशित होने के बाद सोमवार को मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (सीएमआइ) इमरान के नेतृत्व में सोमवार को टीम ने जंक्शन पर चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान उन 10 टैंपो चालकों को पकड़ा गया, जो जंक्शन के प्रतिबंधित एरिया में घुसकर सवारियां को बैठा रहे थे। इसके अलावा कई टैंपो वालों को खदेड़ भी दिया गया। इस कार्रवाई से जंक्शन पर काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही।
इसके अलावा सीएमआइ की ओर से रेलवे के मंडल मुख्यालय मुरादाबाद में यहां जंक्शन पर मंदिर के पास से कैंट वाले रास्ते तक तीन फीट चौड़े डिवाइडर को बनवाने के लिए भी प्रस्ताव भेज दिया गया है। रेल अधिकारियों का कहना है कि इस डिवाइडर के बन जाने से बड़े वाहनों की एंट्री पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकेगी। चूंकि वहां निकलने की जगह कम हो जाएगी, इसलिए भीड़ की वजह से टैंपो और ई-रिक्शा वाले भी वहां ज्यादा दिनों तक नहीं ठहर सकेंगे।
जंक्शन पर अनाधिकृत क्षेत्र में खड़े रहने वाले टैंपो और ई-रिक्शा चालकों पर शिकंजा कसा जा रहा है। 10 टैंपो चालकों के चालान भी काटे गए है। इसके अलावा प्राइवेट बसें अंदर दाखिल न होने पाएं, इसके लिए भी सिविल प्रशासन से बातचीत की जा रही है।
- इमरान, सीएमआइ, बरेली जंक्शन
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