मंगलवार को हावड़ा–मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर हाथियों का झुंड आ गया। इस कारण तीन प्रमुख ट्रेनों का परिचालन रोकना पड़ा।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल ने मंगलवार की सुबह हाथियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए हावड़ा–मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर तीन प्रमुख ट्रेनों का परिचालन करीब तीन घंटे तक रोक कर रखा। बंडामुंडा स्टेशन यार्ड के डी केबिन और के केबिन के समीप हाथियों के झुंड के विचरण की सूचना मिलते ही रेलवे कंट्रोल ने तुरंत सभी अप ट्रेनों को रोकने का निर्देश दिया, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना या हाथियों को नुकसान न हो।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार सबसे पहले सूचना रात 01:40 बजे के आसपास मिली। इसके बाद अप लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई। रेलवे ने ट्रेन नंबर 58659 हटिया–राउरकेला पैसेंजर को बंडामुंडा के के केबिन के पास रात 01:03 बजे से 03:15 बजे तक रोका रखा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके बाद यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद उसे धीरे-धीरे आगे बढ़ाया गया। इसके अलावा 17322 जसीडीह–वास्को-द-गामा साप्ताहिक एक्सप्रेस को बंडामुंडा ए केबिन के निकट रात 01:42 बजे से 03:25 बजे तक रोका गया। इस दौरान रेलवे के ट्रैकमैन और रेंज कर्मियों की टीम भी ट्रैक के पास तैनात रही।
सबसे महत्वपूर्ण रोक हावड़ा-मुंबई 12810 मुंबई मेल की थी। इसे पहले महादेवशाल स्टेशन के समीप 01:59 बजे रोका गया। बाद में ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ट्रेन को बिसरा स्टेशन ले जाया गया, जहां इसे 02:45 बजे से 03:31 बजे तक रोके रखा गया।
कंट्रोल रूम के अनुसार, हाथियों का झुंड लाइन से धीरे-धीरे दूर हट गया। इसके बाद ट्रैकों की सुरक्षा जांच कर ट्रेनों को क्रमवार छोड़ा गया। लगभग तीन घंटे बाद हावड़ा-मुंबई मुख्य लाइन पर परिचालन सामान्य हो गया।
रेल मंडल ने बताया कि क्षेत्र में हाल के महीनों में हाथियों से जुड़ी कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें वन्यजीवों को नुकसान हुआ। इसके बाद से रेलवे ने नए प्रोटोकॉल लागू किए हैं, जिनमें लोको पायलटों को संवेदनशील जोन में स्पीड कम करने, नाइट मॉनिटरिंग बढ़ाने और कंट्रोल रूम से लगातार सूचना लेने की व्यवस्था शामिल है।
चक्रधरपुर रेल मंडल के अधिकारियों का कहना है कि हाथियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए बंडामुंडा यार्ड के आसपास ट्रैक चेकिंग बढ़ाई गई है और वन विभाग के साथ समन्वय मजबूत किया गया है। रेलवे ने बताया कि हाथियों का मूवमेंट बढ़ने की वजह से यह इलाका हाई-अलर्ट जोन में रखा गया है।
कोल्हान प्रमंडल में रेलवे ट्रैक और सड़क पर हाथियों के आने की प्रमुख घटनाएं
वर्ष स्थान घटना का प्रकार विवरण
2024 (फरवरी) सोनुआ–चाईबासा रेलखंड ट्रेन-हाथी टक्कर एक हाथी की मौत, ट्रेन को मामूली नुकसान
2024 (अप्रैल) रायरंगपुर–चक्रधरपुर सड़क मार्ग सड़क अवरोध 18 हाथियों का झुंड हाईवे पर पहुंचा, 1 घंटे ट्रैफिक रोका गया
2024 (जुलाई) बिसरा–मनोहर्पुर रेलखंड रेल रोक हाथियों की सूचना पर 4 ट्रेनों को रोकना पड़ा
2024 (अक्टूबर) खूंटी–चाईबासा रोड सड़क पर झुंड 26 हाथियों का झुंड सड़क पार कर रहा था, पुलिस ने बैरिकेड लगाया
2023 (दिसंबर) चक्रधरपुर–गोइलकेरा रेलखंड हादसा दो हाथियों की मौत, रेलवे ने बाद में स्पीड रेस्ट्रिक्शन लागू किया
2023 (मार्च) जमशेदपुर–चाईबासा मार्ग ट्रैफिक रोक हाथियों के कारण सड़क पर 40 मिनट यातायात रुका |