पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, गोपालगंज। सदर अस्पताल के मुख्य गेट पर यातायात बाधित कर रही महिला की एक दारोगा ने जमकर पिटाई कर दी। इसका वीडियो किसी ने बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इसके बाद वरीय अधिकारी हरकत में आए। इस मामले में एसपी अवधेश दीक्षित ने संज्ञान लेते हुए नगर थाने के दारोगा मुकेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया।
जांच में यह बात सामने आई कि महिला को उत्तर प्रदेश में गंगा स्नान के दौरान लावारिस बच्चा मिला था। उस बच्चे को महिला ने अपने पास रख लिया।
बाद में एक एनजीओ के हस्तक्षेप से बच्चे को सदर अस्पताल मुजफ्फरपुर भेज दिया गया। इससे महिला नाराज हो गई। वह उस बच्चे को वापस करने की मांग कर रही थी।
यूपी में मिले बच्चे को वापस करने की थी मांग
इसी क्रम में तीन दिनों तक अस्पताल में प्रदर्शन कर रही थी। महिला के साथ अन्य लोग भी थे, वे आवागमन बाधित कर रहे थे।
सोमवार को दारोगा मुकेश कुमार सिंह वहां पहुंचे और जाम हटाने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान उस महिला ने कथित रूप से उनपर ईंट से हमला कर दिया।
इससे गुस्साए दारोगा ने उसकी पिटाई कर दी। इसका वीडियो राहगीरों ने बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। यह वीडियो वायरल हो गया।
घटना की पुष्टि के बाद पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने इसे अमर्यादित आचरण व कर्तव्यविहीनता करार देते हुए संबंधित पुलिस पदाधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
यातायात बाधित करने वाली महिला सहित 30 पर प्राथमिकी
इधर इस मामले में सदर अस्पताल के मुख्य गेट पर आवागमन बाधित करने पर पुलिस ने कार्रवाई की है। प्रदर्शन कर रही कुचायकोट थाना क्षेत्र के दुबे खरेया गांव निवासी गीता देवी सहित 30 महिलाओं पर एफआइआर की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उनपर आवागमन बाधित करने के साथ ही पुलिस पर हमला का आरोप लगाया गया है। इस मामले में दारोगा मुकेश कुमार सिंह के बयान पर मामला दर्ज किया गया है। |